बरेली से प्रकाशित हिंदी दैनिक कैनविज टाइम्स के कर्मचारियों ने वेतन न मिलने पर आज से काम बंद करने का ऐलान कर दिया है। कर्मचारी कार्यालय आये हैं, लेकिन काम नहीं कर रहे हैं, जिससे प्रकाशन बंद हो सकता है। कर्मचारियों के आक्रोश के चलते मैनेजर मोबाईल स्विच ऑफ कर भूमिगत हो गया है।
मीडिया का दुरूपयोग करने के उद्देश्य से लगभग तीन वर्ष पूर्व बरेली से कैनविज टाइम्स नाम का हिंदी दैनिक अखबार शुरू किया गया था, इसका लखनऊ संस्करण भी निकाला गया। पहले लखनऊ के कर्मचारियों का आर्थिक व मानसिक शोषण किया गया, जिससे वहां कई बार बड़ा बवाल हो चुका है, इसी तरह अब बरेली में भी कर्मचारियों का शोषण शुरू कर दिया गया है।
बताया जा रहा है कि तीन महीनों से बरेली में तैनात कैनविज टाइम्स के कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया गया है, जिससे कर्मचारियों के परिवार तबाह हो गये हैं। कर्मचारी बच्चों की फीस और मकान का किराया तक नहीं दे पा रहे हैं, कुछेक कर्मचारियों के परिवार में गंभीर रोग से पीड़ित लोग भी हैं, जिनकी दवा न आने से उनकी जिंदगी तक पर संकट खड़ा हो गया है। हालात भयावह होने पर कर्मचारियों ने दबाव बनाया, तो उन्हें दिसंबर महीने का चेक दे दिया गया, लेकिन चेक बाउंस हो गया, तो हाहाकार मच गया।
सूत्रों का कहना है कि कर्मचारियों ने मैनेजर से मिलने को कहा, तो मैनेजर मोबाईल स्विच ऑफ कर के गायब हो गया, तो कर्मचारियों ने सामूहिक रूप से काम न करने का निर्णय ले लिया। कर्मचारी कार्यालय तो आये हैं, लेकिन आज काम नहीं कर रहे हैं, जिससे अखबार का प्रकाशन भी रुक सकता है। लखनऊ संस्करण के कुछ पन्ने बरेली में ही तैयार होते हैं, जिससे वहां पर भी असर हो सकता है। हाल-फिलहाल कैनविज टाइम्स में हड़कंप मचा हुआ है और जिम्मेदार लोग मोबाईल बंद कर भूमिगत हो गये हैं।
बताते हैं कि लगभग नौ बजे अखबार के मालिक कन्हैया लाल गुलाटी अखबार के कार्यालय में पहुंचे और कर्मचारियों से बात की। सूत्रों के अनुसार गुलाटी ने कहा कि उनका 28 करोड़ रुपया बर्बाद हो चुका है, वह और रुपया लगाने को तैयार नहीं हैं, लेकिन आप सभी का बकाया रुपया दिया जायेगा। उन्होंने गुरूवार दोपहर तक का समय मांगते हुए कहा कि आज काम शुरू कर दें, इस पर आक्रोशित कर्मचारी मान गये।
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