अपहरण की घटनाओं को दबा रही है पुलिस, गौकशी का फर्जी मुकदमा लिखा

अपहरण की घटनाओं को दबा रही है पुलिस, गौकशी का फर्जी मुकदमा लिखा

बदायूं जिले के थाना इस्लामनगर क्षेत्र की जनता हाहाकार कर रही है। आम आदमी को बदमाश, आपराधिक किस्म के लोग और पुलिस मिल कर सता रहे हैं। थाने पर पीड़ितों की कोई सुनने तक को तैयार नहीं है, जिससे पीड़ित लगातार उच्चाधिकारियों के कार्यालयों की दौड़ लगा रहे हैं, पर पीड़ितों की गुहार उच्चाधिकारी भी नहीं सुन रहे हैं।

इस्लामनगर थाना क्षेत्र का गाँव नदेरी लंबे अर्से से विवादित है, यहाँ एक चबूतरे पर नमाज पढ़ने को लेकर दो पक्षों में लंबे समय से तनातनी चल रही है, उसी रंजिश को लेकर प्रधान पुत्र सहित कई लोगों पर गौकशी का फर्जी मुकदमा दर्ज करा दिया गया। चौंकाने वाली बात यह है कि शफीक नाम के एक शराबी का प्रलोभन देकर व डरा-धमका कर एक पक्ष के लोगों ने यह कहलवाते हुए वीडियो बना लिया कि उसके अलावा तस्लीम, नजर, अबरार, कासिम और फरमान ने गाय काटी है। घटना ईद के दिन की बताई जा रही है, जबकि अति संवेदनशील गाँव होने के कारण त्यौहार के अवसर पर गाँव में पुलिस बल तैनात रहता है, जिससे सवाल उठता है कि पुलिस की मौजूदगी में गाय कैसे काट ली गई? मुकदमा दर्ज होने के बाद 27 जून से शफीक गायब बताया जा रहा है, उसकी पत्नी फूलबानो थाने गई, तो किसी ने उसकी बात सुनी तक नहीं। पीड़ित ने एसएसपी से पति की खोजबीन कराने की गुहार लगाई है, वहीं फर्जी मुकदमा में फंसाये गये तस्लीम, नजर, अबरार, कासिम और फरमान ने भी एसएसपी से निष्पक्ष जांच कराने की गुहार लगाई है, इन्होंने थानाध्यक्ष पर दबाव में कार्रवाई करने का आरोप लगाया है।

इस्लामनगर क्षेत्र के गाँव मोहसनपुर से हाईस्कूल की 15 वर्षीय छात्रा को सशस्त्र लोग उठा ले गये। अपहृत के पिता ने थाने में दी तहरीर में लिखा है कि सुबह 3: 30 बजे के करीब सशस्त्र लोग बुलेरो कार से आये और उसकी बेटी का अपहरण कर ले गये, लेकिन पुलिस ने अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं किया है और न ही पुलिस ने लड़की को बरामद करने की दिशा में कोई कार्रवाई की है।

कस्बा इस्लामनगर में बिसौली मार्ग पर रहने वाले अब्दुल वाहिद की 12 और 15 वर्षीय बेटियों को बीती रात अगवा कर लिया गया। पीड़ित ने इस्लामनगर के ही मुसर्रफ, इसरत और सादाब के विरुद्ध नामजद तहरीर थाना इस्लामनगर में दी है, लेकिन पुलिस ने अभी तक न मुकदमा दर्ज किया है और न ही बच्चियों की बरामदगी की दिशा में पहल की है, लेकिन गाँव सखामई के नरेश पर छेड़छाड़ और एससी/एसटी का मुकदमा तत्काल दर्ज कर दिया गया। मारपीट और लूट के शिकार पीड़ित थाने के चक्कर लगा कर थक जाते हैं, पर पुलिस उनकी तहरीर तक नहीं लेती। जो गंभीर धाराओं के अंतर्गत मुकदमे दर्ज हैं, उनका खुलासा नहीं हो पा रहा है, जिससे क्षेत्र में हाहाकार मचा हुआ है।

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