उत्तर प्रदेश की नव-गठित भाजपा सरकार पर दबाव बनाने के उद्देश्य से किया गया ट्वीट आईपीएस हिमांशु कुमार को भारी पड़ गया है। जाँच के बाद दोषी पाये गये हिमांशु कुमार को निलंबित कर दिया गया है।
हिमांशु कुमार ने ट्वीट किया था कि यादव सरनेम देख कर कार्रवाई की जा रही है। ट्वीट में लिखा था कि वरिष्ठ अधिकारियों में ‘यादव’ सरनेम वाले पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड करने या रिजर्व लाइन भेजने के लिए होड़ मची है। उन्होंने डीजीपी सहित विभाग के अन्य बड़े अफसरों पर निशाना साधा था, जिसकी जाँच हुई, तो हिमांशु कुमार की अनुशासनहीनता सिद्ध हो गई। हिमांशु कुमार ने अपनी पत्नी के विरुद्ध दर्ज किए गए मुकदमें की निष्पक्ष जांच न कराने व स्वयं को प्रतिड़ित किए जाने का भी आरोप लगाया था।
आईपीएस हिमांशु कुमार 2010 बैच के अफसर हैं, वे महाराजगंज, श्रावस्ती, हापुड़, कासगंज, मैनपुरी और फिरोजाबाद में एसपी रह चुके हैं, उन्हें लगा कि भाजपा सरकार में उन्हें किनारे किया जा सकता है, सो नव-गठित सरकार पर हमला कर बैठे।
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