बदायूं में मुख्य विकास अधिकारी के स्टेनो के पद पर तैनात फहीम अली रिजवी के पीछे अफसर बेवजह पड़ गये थे, उन्हें नियम विरुद्ध पहले दातागंज क्षेत्र में स्थानांतरित कर दिया गया और पांच दिन बाद उन्हें इस्लामनगर ब्लॉक में तैनात कर दिया गया। अफसरशाही के विरुद्ध फईम ने उच्च न्यायालय की शरण ली, तो उच्च न्यायालय ने नियम विरुद्ध किये गये आदेशों को रदद् करने का आदेश पारित कर दिया।
अब विशेष ध्यान देने की बात यह रहेगी कि मुख्य विकास अधिकारी अच्छे लाल यादव उच्च न्यायालय के आदेश को मानते हुए फईम अली रिजवी को स्टेनो का दायित्व दे देंगे, या नये तरीके इजाद कर अभी और शोषण करेंगे। यहाँ बता दें कि नियमानुसार डीआरडीए के कर्मचारी को ब्लॉक स्तर पर तैनात किया ही नहीं जा सकता, इसके बावजूद फईम को न सिर्फ ब्लॉक में स्थानांतरित किया गया, बल्कि एक सप्ताह के अंदर उनके दो तबादले किये, जिन्हें न्यायालय ने तत्काल प्रभाव से निरस्त करने का आदेश पारित कर दिया है।