नन्हें-मुन्नों को अकेले और एकांत में न छोड़ें। आँखों से ओझल होते ही खोजबीन शुरू कर दें, क्योंकि कुछ दरिंदे मासूमों का भी यौन शोषण करने में नहीं चूक रहे। मामला पुलिस के संज्ञान में पहुंच गया है, लेकिन पुलिस गंभीरता से नहीं ले रही है।
बदायूं शहर में मासूमों के यौन उत्पीड़न से संबंधित कई दुस्साहसिक वारदातें हो चुकी हैं। बताया जाता है कि सदर कोतवाली क्षेत्र की हुसैनी गली में एक पुराना खंडहर सा भवन है, जिसमें कुछ दरिंदे किस्म के लड़के मासूम बच्चों को पकड़ कर ले जाते हैं और फिर उनका यौन शोषण करते हैं।
सूत्रों का कहना है कि कक्षा- एक से लेकर चार में पढ़ने वाले बच्चों को अकेला पाकर दरिंदे उठा ले जाते हैं। दरिंदे मासूमों के मुंह में कपड़ा ठूंस कर उनका बेरहमी से यौन शोषण करते हैं और लहूलुहान करने के बाद छोड़ कर चले जाते हैं। कई बार घटना के संबंध में परिजनों को पता नहीं चल पाता और जिन्हें पता चल जाता है, वे दरिंदों को नहीं खोज पाते, साथ ही लाज-शर्म के चलते घटना को दबा जाते हैं, लेकिन घटनायें लगातार होने से मोहल्ले के लोग सतर्क और चिंतित हो उठे।
मासूमों के साथ हुई वारदातों के संबंध में पुलिस से शिकायत कर दी गई है। मालवीय गंज चौकी प्रभारी घटना की जाँच कर रहे हैं, लेकिन पुलिस घटना को गंभीरता से नहीं ले रही, तभी जांच के नाम पर घटना को दबाये हुए है, जबकि मासूमों की जिन्दगी से खिलवाड़ करने वालों की तत्काल गिरफ्तारी होनी चाहिए थी।