बदायूं की प्रसिद्ध ज्वैलर्स फर्म हरसहायमल श्यामलाल विवादों में है। एक महिला ने शोरूम के अंदर अभद्रता और अश्लीलता करने के साथ जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है, लेकिन पुलिस दबाव में पीड़ित का मुकदमा दर्ज करने को तैयार नहीं है।
सिविल लाइन थाना क्षेत्र के गाँव आम गाँव की मूल निवासी मंजू पुत्री वीरेन्द्र सिंह सदर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला हुसैनी गली में रहती है। मंजू हरसहायमल श्यामलाल ज्वैलर्स के शोरूम में तीन वर्षों से नौकरी कर रही है, उसका कहना है कि शोरूम में शिवपुरम की तृप्ति खंडेलवाल और गाँव खुनक निवासी सचिन भी नौकरी करते हैं। पीड़ित महिला ने बताया कि कुछ दिनों में लौटाने के वायदे के साथ तृप्ति ने उससे चौदह हजार रूपये उधार लिए थे, लेकिन तृप्ति रूपये लौटाने की बात टालने लगी। 3 अगस्त की शाम 6 बजे के करीब पीड़ित ने तृप्ति से रूपये मांगे, तो सचिन बीच में गया और पीड़ित को गालियां देने लगा, जिसकी शिकायत पीड़ित ने मालिक सचित प्रकाश से की, तो सचित ने सचिन को ही शह दी और सचिन ने पुनः अभद्रता करते हुए जान से मारने की धमकी दी।
पीड़ित ने घटना के दिन सदर कोतवाली में प्रार्थना पत्र दिया, लेकिन पुलिस ने शोरूम स्वामी के दबाव में कोई कार्रवाई नहीं की। पीड़ित आज बुजुर्ग पिता के साथ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मिली और मुकदमा दर्ज कराने की गुहार लगाई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सौमित्र यादव ने पीड़ित को कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है, लेकिन देर शाम तक पीड़ित के प्रार्थना पत्र पर मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है।
संबंधित खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें लिंक