बदायूं जिले के कुख्यात शराब माफिया रह चुके व वर्तमान में जिले के सबसे बड़े भू-माफिया के रूप में कुख्यात ज्योति मेंदीरत्ता के अतीत को खंगाला जाये, तो इसके कई चकित कर देने वाले काले कारनामे सामने आते हैं। सभी मामलों में प्रशासन जांच कर कार्रवाई कर दे, तो इसकी आगे की पूरी जिंदगी सलाखों के पीछे ही गुजरेगी।
सरकारी सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि वर्तमान में इसकी लूट का प्रमुख जरिया बन चुका ब्लूमिंगडेल स्कूल कब्रिस्तान की कब्जाई गई भूमि कर बनाया गया है। कब्रिस्तानों के संरक्षण को लेकर सरकार गंभीर है, वहीं स्थानीय मुस्लिम नेता भी काफी सजग रहते हैं, लेकिन भू-माफिया ज्योति द्वारा सभी को हिस्सा दिया जाता है, जिससे स्थानीय मुस्लिम नेताओं के साथ प्रशासनिक अफसर मूक दर्शक बने रहे।
इसके अलावा सूत्रों ने यह भी बताया कि कब्जाई गई भूमि के अलावा ब्लूमिंगडेल स्कूल की बाकी भूमि का भी विधिवत श्रेणी परिवर्तन नहीं कराया गया है। कृषि भूमि पर ही व्यवसायिक कार्य किया जा रहा है, जिससे सरकार को राजस्व का बड़ा नुकसान हुआ है।
सूत्रों ने यह भी बताया कि कृष्णा पार्क में भू-माफिया ज्योति ने हाल ही में आवास बना कर बेचे हैं, जिनकी एक मंजिल जमीन के अंदर बनाई गई है। बताया जाता है कि लगभग पन्द्रह फुट मिट्टी का खनन किया गया, लेकिन प्रशासन से खनन की विधिवत अनुमति नहीं ली गई। भू-माफिया ज्योति द्वारा हिस्सा देने के कारण संबंधित प्रशासनिक अफसरों ने खनन के इस गंभीर प्रकरण में भी कोई कार्रवाई नहीं की।
शहर के अधिकाँश लोगों की इच्छा है कि भू-माफिया ज्योति के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाये, लेकिन जनभावनाओं के विपरीत प्रशासन ज्योति के सभी कारनामों को दबाये हुए है। प्रशासन ने अब अगर कार्रवाई नहीं की, तो कई लोग आंदोलन के साथ न्यायालय की शरण में भी जाने का मन बना रहे हैं।
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