बदायूं नगर पालिका परिषद का प्रशासन जाग गया है। नाले को कब्जा मुक्त कराने की चेतावनी जारी कर दी गई है, जिससे अवैध कब्जा करने वालों में हड़कंप मचा हुआ है, लेकिन आम जनता के बीच यह भी चर्चा है कि कहीं अवैध वसूली के लिए चेतावनी जारी न की गई हो।
बदायूं शहर के मुख्य नाले पर सैकड़ों लोगों का लंबे समय से अवैध कब्जा है। नाले के ऊपर भवन बना लिए गये हैं, जिससे नाले की कभी सफाई नहीं होती। जलभराव की समस्या आम तौर पर रहती है, साथ ही गर्मी के मौसम में समूचा वातावरण नरकमय हो जाता है। मक्खी और मच्छरों की भरमार हो जाती है। दुर्गन्ध के चलते लोगों का जीवन दुश्वार हो जाता है। संक्रामक बीमारियाँ भी आसानी से फैलने लगती हैं, जिसके शिकार बच्चे बड़ी संख्या में होते हैं।
शहर के आम लोगों की बड़ी समस्या की ओर नगर पालिका परिषद के अफसरों का ध्यान चला गया है। नाले के ऊपर बने भवनों पर निशान लगा दिए गये हैं, लेकिन निशान कहीं-कहीं लगाये गये हैं। लाबेला चौराहे पर अधिकांश भवन नाले के ऊपर ही बने हैं, लेकिन निशान सिर्फ रीजेंसी होटल के भवन पर लगाया गया है। सड़क पार दूसरी दिशा में भी नाला कब्जाया हुआ है, लेकिन उधर निशान नहीं लगाये गये हैं, जिससे यह भी चर्चा होने लगी है कि दबाव बना कर अवैध वसूली करने की नीयत से चेतावनी दी जा रही होगी, लेकिन चर्चा फर्जी साबित हुई और वास्तव में नाला कब्जा मुक्त हुआ, तो शहर के लोग वाकई बेहद खुश होंगे। फिलहाल अवैध कब्जा करने वालों में हड़कंप मचा हुआ है।