उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में भाजपा विधायक गणेश जोशी ने विरोध प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर लाठियां मार-मार कर घोड़े की टांग तोड़ दी, इस प्रकरण में विधायक गणेश जोशी के विरुद्ध मुदकमा दर्ज हो चुका है, साथ ही देश भर में घटना की निंदा की जा रही है एवं विरोध व उनके विरुद्ध जोरदार प्रदर्शन हो रहा है, लेकिन घोड़े की टांग टूटने का प्रमुख कारण सड़क पर गड़ा लोहे का खंबा है।
देहरादून में विधायक गणेश जोशी ने सोमवार को भाजपा के कार्यकर्ताओं के साथ विधानसभा का घेराव किया था, जिसके बाद दो वीडियो सामने आए, जिनमें एक वीडियो में विधायक गणेश जोशी घोड़े को पीटते नजर आ रहे थे एवं दूसरे वीडियो में घोड़े की टांग टूटी हुई दिखाई दे रही थी।
वीडियो प्रकाश में आने के बाद मसूरी क्षेत्र के भाजपा विधायक गणेश जोशी की देश भर में निंदा होने लगी। हालाँकि गणेश जोशी ने विधानसभा में सफाई दी कि उन्होंने घोड़े पर लाठी नहीं चलाई, साथ ही कहा था कि घोड़े को सुबह से पानी नहीं पिलाया गया था, जिससे घोड़ा गिर गया था और मैंने घायल घोड़े को पानी पिलाकर खड़ा करने का प्रयास किया था।
उधर निंदा, विरोध और प्रदर्शन के बाद विधायक गणेश जोशी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करा दिया गया। बवाल अब भी जारी है। विधायक के विरुद्ध जगह-जगह लगातार प्रदर्शन किया जा रहा है, इस बीच नया खुलासा हुआ है कि घोड़े की टांग लाठी के वार से नहीं, बल्कि सड़क पर गड़े लोहे के खंबे में फंसने से टूटी थी। हालाँकि विधायक का अपराध कम नहीं हो जाता। विधायक के हमले के कारण ही घोड़ा पीछे हट रहा था, जिससे लोहे के खंबे और डिवाइडर के बीच में टांग फंस गई और घोड़ा गिर गया, जिससे घोड़े की टांग टूट गई। विधायक ने विक्षिप्तों जैसी हरकत की, वहीं स्तब्ध कर देने वाली बात यह भी है कि घोड़ा अपना वजन रोकने की अवस्था में नहीं रहा, तो भी पुलिस कर्मी घोड़े पर बैठा रहा। पुलिस कर्मी उतर कर घोड़े की मदद करता, तो घोड़े की टांग टूटने से बच सकती थी।