लेडीज सिंघम मंजिल सैनी को पिता और पति से मिली है ऊर्जा

लेडीज सिंघम मंजिल सैनी को पिता और पति से मिली है ऊर्जा
पति और बच्चों के साथ आईपीएस अफसर मंजिल सैनी का यह फोटो उन्हीं की फेसबुक वॉल से लिया गया है।
पति और बच्चों के साथ आईपीएस अफसर मंजिल सैनी का यह फोटो उन्हीं की फेसबुक वॉल से लिया गया है।

उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि देश के चर्चित आईपीएस अफसरों में से एक हैं मंजिल सैनी। देखने में बड़ी ही सौम्य और व्यवहार में बेहद शालीन व मधुर मंजिल सैनी अपनी तटस्थ कार्यशैली के चलते आदर्श बनी हुई हैं। लखनऊ की प्रथम महिला एसएसपी बनने पर वे और भी चर्चा में आ गईं। पहले उन्हें लखनऊ में तैनात किया गया, फिर कुछ ही देर बाद असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई और अंततः वे एसएसपी के पद पर तैनात कर दी गईं, इस सब के चलते आम जनता का ध्यान उनकी ओर केंद्रित हो गया। आम जनता के उनके बारे में सब कुछ जानना चाहती है और जनता यह भी जानना चाहती है कि मंजिल सैनी को ईमानदारी से पुलिसिंग करने की प्रेरणा कहां से मिली है।

मंजिल सैनी के पिता दिल्ली पुलिस से रिटायर हो चुके हैं, उन्हें पुलिसिंग पिता के द्वारा खून में मिली है। हालांकि पिता उन्हें आईएएस बनने के लिए प्रेरित कर रहे थे, पर प्रारब्ध उन्हें आईपीएस की ओर ही ले गया। वे बात करते समय पिता के बारे में बहुत कुछ बताती हैं, जिससे स्पष्ट है कि उनके जीवन पर पिता का बड़ा प्रभाव है, इसके अलावा उनके पति जसपाल देहल का भी उन्हें बड़ा समर्थन मिलता रहा है, क्योंकि आईपीएस की परीक्षा उन्होंने शादी के बाद ही दी थी। पति ने उनके जीवन में बड़ा परिवर्तन किया है, इसलिए वे पति को प्रेम और श्रद्धा में महादेव कहती हैं। पति दिल्ली में रहते हैं और बिजनेसमैन हैं। गत मार्च में उनके विवाह को 16 वर्ष बीत चुके हैं। वर्ष गांठ के अवसर पर उन्होंने अपनी फेसबुक वॉल पर लिखा था कि “16 years of bonding…..Full of love care n joyfulness. …..Thank u dear dashing hubby for making life so beautiful….”. वे दो प्यारे बच्चों की माँ भी हैं।

दिल्ली में पली-बढ़ी मंजिल सैनी के लिए उत्तर प्रदेश का वातावरण किसी दूसरी दुनिया जैसा ही है, लेकिन उन्होंने हर चीज को दरकिनार कर सिर्फ पुलिसिंग पर ध्यान केंद्रित किया। अनगिनत घटनायें हैं, जिनमें उनकी सराहनीय भूमिका रही है, जिससे प्रभावित होकर जनता उन्हें लेडीज सिंघम कहने लगी है। हांलाकि वे एक बार बेहद आहत भी हो गई थीं और केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने के लिए न सिर्फ आवेदन कर दिया था, बल्कि केंद्र से आदेश पारित भी हो गया था, लेकिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उन्हें कार्य करने की स्वतंत्रता देने का आश्वासन दिया और अपने गृह जनपद में तैनात किया, जहाँ के कई किस्से यादगार बन चुके हैं। अतीत को देखते हुए कहा जा सकता है कि मंजिल सैनी एसएसपी लखनऊ के रूप में भी एक नया इतिहास रचने में कामयाब होंगी।

संबंधित खबर पढ़ने के लिए करें लिंक

आईएएस और आईपीएस अफसरों के बड़े पैमाने पर तबादले

Leave a Reply