बदायूं विधान सभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी आबिद रजा भले ही चुनाव हार गये हैं, लेकिन उनकी हार भी जीत जैसी नजर आ रही है। प्रचंड विरोध के बावजूद आबिद रजा को पिछले चुनाव की तुलना में ज्यादा वोट मिले हैं, साथ ही इस बार भी वे सम्मानजनक स्थिति से हारे हैं, जिससे हार कर भी हीरो साबित हुए हैं, इसीलिए लोग स्तब्ध हैं और उनके समर्थक हतोत्साहित नहीं हैं।
पिछले चुनाव में समाजवादी पार्टी की लहर थी, तब सपा के टिकट पर आबिद रजा को 62786 वोट मिले थे, उस चुनाव में भाजपा के टिकट पर महेश चन्द्र गुप्ता को 45373 वोट मिले थे एवं 44645 वोट पाकर बसपा के टिकट पर रामसेवक सिंह पटेल तीसरे नंबर पर रहे थे, लेकिन इस चुनाव में मोदी लहर के बावजूद सपा के आबिद रजा को 70847 वोट मिले हैं, जो पहले की तुलना में ज्यादा हैं, जबकि आबिद रजा का न सिर्फ हिन्दू समुदाय में, बल्कि मुस्लिम वर्ग में भी बड़ा विरोध बताया जा रहा था।
माना जा रहा था कि आबिद रजा के वोट पचार हजार से कम निकलेंगे, लेकिन उनके वोट 70847 निकले हैं, जिससे आबिद रजा हार कर भी हीरो साबित हुए हैं। कहा जा रहा है कि विवाद के बाद पुनः मिलन होने पर सांसद धर्मेन्द्र यादव ने आबिद रजा के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी, जिसका लाभ आबिद रजा को मिला, इसके अलावा चुनाव से एक दिन पहले शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे का वीडियो वायरल होने से रामसेवक सिंह पटेल को बड़ा नुकसान हुआ, उनका वोट भाजपा के महेश चन्द्र गुप्ता की ओर चला गया, साथ ही बसपा के भूपेन्द्र सिंह “दद्दा” भी असफल रहे, जिससे आबिद रजा हार गये। उद्धव ठाकरे का वीडियो वायरल न हुआ होता, अथवा भूपेन्द्र सिंह “दद्दा” मजबूती से लड़े होते, तो आबिद रजा को महेश चन्द्र गुप्ता हरा नहीं पाते।
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