अस्पताल लूट का सबसे बड़ा अड्डा बन कर उभर रहे हैं। फोर्टिस और मैक्स की लाइन में ही मेदांता भी खड़ा हो गया है। मेदांता अस्पताल के विरुद्ध शिकायत की गई है, जिसमें आरोप है कि डेंगू का मरीज मर गया और उसकी लाश के साथ लगभग 16 लाख का बिल भी थमा दिया गया।
गुरुग्राम पुलिस के अनुसार शुक्रवार को सदर थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है, जिसमें मेंदाता अस्पताल पर आरोप लगाया गया है कि डेंगू से ग्रस्त एक सात वर्षीय बच्चे शौर्य प्रताप को मेदांता अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती करवाया गया था लेकिन उसकी मौत हो गई। शौर्य प्रताप का 21 दिनों तक अस्पताल में उपचार हुआ, इसके बावजूद उसकी मृत्यु हो गई। मृत्यु के बाद अस्पताल की ओर से लगभग 16 लाख रूपये का बिल मृतक के परिजनों को सौंपा गया।
मृतक बच्चे के पिता का कहना है कि उसका बेटा 21 दिन अस्पताल में भर्ती रहा, जिसका अस्पताल ने 15.88 लाख का बिल सौंपा है। मृतक के पिता ने बताया कि बिल चुकाने के लिए उसे लोगों से रूपये उधार लेने पड़े। आरोप है कि मेदांता अस्पताल ने इलाज के नाम पर उसको लूटा है। मृतक के पिता ने कहा कि मेदांता के डॉक्टरों को जब यह लगने लगा कि बच्चे की हालत गंभीर है, तो बच्चे को सरकारी अस्पताल में भर्ती करने को कहा, जिस पर उसने अपने बेटे को सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया था। शिकायत पर पुलिस जाँच कर रही है।
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