उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ग्राम प्रधानों का मानदेय बढ़ाया और उनके अधिकारों में वृद्धि की, तो प्रधान खुशी से झूम उठे। धनतेरस और दीपावली का उपहार मानते हुए प्रधानों ने आज खुशी व्यक्त की और एक-दूसरे को मिठाई खिला कर बधाई दी।
बदायूं में शहीद पार्क पर तमाम प्रधान एकत्रित हुए और उन्होंने प्रदेश सरकार के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि ग्राम पंचायत लोकतंत्र की प्रथम इकाई है। जो सरकार ग्राम पंचायतों को सशक्त करेगी, वह सरकार ही लोकतंत्र प्रेमी कहलाई जायेगी। ग्राम प्रधान संगठन के संयोजक सोहन पाल साहू ने कहा कि प्रधानों का मानदेय बढ़ा कर अखिलेश यादव ने प्रधानों का दिल जीत लिया है। जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह ने कहा कि एस्टीमेट में पचास हजार तक की सीमा की बाध्यता होने के कारण विकास कार्य कराने में कई तरह की मुश्किलें आ रही थीं। प्रदेश सरकार ने धन खर्च करने की सीमा बढ़ा कर यह सिद्ध कर दिया है कि वह ग्राम पंचायतों में होने वाले कार्यों को लेकर गंभीर है। मुख्यमंत्री द्वारा दिए गये तोहफे को लेकर तमाम प्रधानों ने विचार व्यक्त किये और मिठाई खिला कर एक-दूसरे को बधाई भी दी।