उत्तर सरकार के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी ने लिखित में क्षमा मांगी है। नंदी ने मुलायम सिंह यादव, मायावती, अखिलेश यादव और अरविंद केजरीवाल पर अपमानजनक टिप्पणी की थी, जिस पर विपक्ष ने आक्रोश व्यक्त किया था।
नंद गोपाल नंदी ने जारी किये पत्र में लिखा है कि 4 मार्च 2018 को मेरे द्वारा दिए गए बयान से कई लोगों को पीड़ा पहुंची है, जिसके लिए वह क्षमा मांगते हैं। लिखा है कि उनका उद्देश्य किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था। कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी ने इलाहाबाद में दुर्गा पूजा के अवसर पर आयोजित की गई एक सभा में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी की उपस्थिति में दिए गए अपने भाषण में सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव को रावण, बसपा सुप्रीमो मायावती को सूपर्णखा कहा था, साथ ही अखिलेश यादव और अरविंद केजरीवाल के संबंध में भी अपमानजनक टिप्पणी की थी, इसके अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विभीषण का अवतार बताया था।
कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी की टिप्पणी पर सपाई आक्रोशित हो उठे तो, नंदी ने अब सफाई में लिखा है कि उसने वाट्सएप पर आए एक मैसेज को पढ़ा था, जिस पर ‘बुरा न मानो होली’ शीर्षक लिखा था। उन्होंने कहा कि मैं जनतांत्रिक मूल्यों व संसदीय भाषा का सम्मान करता हूँ और अपना वक्तव्य वापस लेता हूँ। बता दें कि नंद गोपाल नंदी के बयान पर उप-मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा और केंद्रीय मंत्री श्रीकांत शर्मा को भी सफाई देनी पड़ी थी। यह भी बता दें कि नंदी विवादों में बने रहते हैं, उन पर आये दिन गंभीर आरोप लगते रहते हैं।
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