बदायूं के लोकप्रिय सांसद धर्मेन्द्र यादव के गिनौरा बाजिदपुर स्थित बन रहे ड्रीम प्रोजेक्ट राजकीय मेडीकल काॅलेज को आज डीएम पवन कुमार देखने गये। निर्माण कार्य को देखकर जिलाधिकारी ने असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि कार्यदायी संस्था राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड ने गुणवत्ता पर विशेष ध्यान नहीं दिया है। ओपीडी (बाह्य रोगी विभाग) में दीवारों के किनारे पान, गुटखे की पीक के निशान पाए जाने पर जिलाधिकारी ने नाराज़गी जताई और सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने के निर्देश दिए।
शुक्रवार को जिलाधिकारी ने औचक रूप से मेडीकल काॅलेज की ओपीडी और निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने ओपीडी के विभिन्न कक्षों में जाकर चिकित्सकों द्वारा मरीजों को दी जा रही सुविधाओं के संबंध में जानकारी हासिल की। चिकित्सकों ने बताया कि प्रतिदिन लगभग 1200-1500 मरीज बाह्य रोगी विभाग में देखे जाते हैं। मेडीकल काॅलेज के भवन का नया निर्माण होने के पश्चात भी ओपीडी की दीवारों पर बारिश की सीलन आ रही थी। जिलाधिकारी ने कहा कि मेडीकल काॅलेज के भवन का निर्माण भविष्य में एक लम्बे समय के लिए किया गया है, लेकिन जल्दबाजी के चक्कर में गुणवत्ता का कोई ध्यान नहीं रखा गया है।
उन्होंने मेडीकल काॅलेज के लिए सप्लाई की जा रही अलमारियों की गुणवत्ता को भी देखा। जिलाधिकारी ने निर्माण कार्य पूर्ण होने की अवधि के संबंध में जब कार्यदायी संस्था के अभियन्ताओं से बात की, तो उन्होंने बताया कि मई 2017 तक निर्माण कार्य पूर्ण करने की अवधि है, लेकिन धनराशि प्राप्त होने में यदि कोई समस्या आई, तो निर्माण कार्य निर्धारित अवधि में पूर्ण नहीं हो सकेगा। जिलाधिकारी ने मेडीकल काॅलेज के नक्शों का भी निरीक्षण किया। फिलहाल मेडीकल काॅलेज की लैब, हॉस्पिटल तथा एलटी के लिए फर्नीचर की आवश्यकता है, जो शीघ्र ही संबंधित फर्म द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा। जिलाधिकारी ने एकेडमी ब्लाॅक का भी निरीक्षण किया और अपूर्ण कार्याें को शीघ्र पूरा कराने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने ओपीडी के फर्श में भी चमक कम होने पर असंतोष जताया।
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