बदायूं में स्थित अर्बन कोआपरेटिव बैंक के कार्यवाहक महाप्रबन्धक सचिन अग्रवाल ने सपा विधायक आशुतोष मौर्य उर्फ़ राजू के विरुद्ध घर बुला कर पीटने की तहरीर दी थी, जिसे पुलिस ने दर्ज कर लिया और कार्रवाई शुरू की, तो सचिन अग्रवाल ने स्वयं थाने जाकर मुकदमा वापस ले लिया, जिसको लेकर तरह-तरह की चर्चायें हो रही हैं। विधायक को बदनाम कराने में कई लोग संलिप्त नजर आ रहे हैं, जिनमें एक मीडिया कर्मी भी सम्मलित बताया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि बदायूं में स्थित अर्बन कोआपरेटिव बैंक के कार्यवाहक महाप्रबन्धक सचिन अग्रवाल ने कल आरोप लगाया था कि बिसौली विधान सभा क्षेत्र के सपा विधायक आशुतोष मौर्य उर्फ़ राजू ने फोन कर बदायूं में इंद्रा चौक के पास स्थित अपनी कोठी पर बुलाया और घूँसा मार कर घायल कर दिया। घटना की पृष्ठभूमि में बताया गया कि जनसूचना अधिकार अधिनियम के तहत कुछ सूचनायें मांगी गई थीं, जो सचिन अग्रवाल ने आवेदक को दे दीं, जिससे विधायक खफा थे।
सचिन अग्रवाल की तहरीर पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने आज प्राथमिकी दर्ज कर ली एवं जांच शुरू कर दी, लेकिन देर रात सचिन अग्रवाल थाना सिविल लाइन पहुंचे और अपनी तहरीर वापस ले ली। अब सचिन का कहना है कि वे गाड़ी से गिर गये थे एवं कुछ लोगों के बहकावे में आकर विधायक पर आरोप लगा दिया था, जिससे तरह-तरह की चर्चायें होने लगी हैं। बताया जा रहा है कि सचिन अग्रवाल को मोहरा बना कर कई लोग विधायक को बदनाम कराने का प्रयास कर रहे थे। षड्यंत्र में एक मीडिया कर्मी का भी नाम उछल रहा है कि उसने मीडिया प्रबंधन कर पूरे प्रकरण को तूल दिलाया, जबकि विधायक ने मारपीट नहीं की थी। खैर, जो भी रहा हो, फिलहाल पूरा मामला थम गया है और पुलिस भी राहत महसूस कर रही है।