सौंदर्य पर सुंदरियां इतराती रही हैं। सबसे अलग और सबसे अधिक सुंदर दिखने की चाह अधिकांश लड़कियों की रहती है, लेकिन अब प्रगति और विकास में सौंदर्य बाधा बनने लगा है। गौरवान्वित होने की जगह सौंदर्य सजा की तरह नजर आने लगा है, ऐसा कई सारी सुंदर लड़कियाँ महसूस करने लगी हैं, लेकिन हाल-फिलहाल अपनी इस दुविधा का फेलिसिया जोचान्सकी ने खुलासा किया है।
न्यूयार्क की रहने वाली बीस वर्षीय फेलिसिया ने अपने ब्लॉग में लिखा है कि सुंदर होना आसान नहीं है, मैं एक आम लड़की हूँ, जिसके सुंदर बाल हैं, बड़ी आंखें हैं, ब्रेस्ट साइज 34 डीडी है और स्कर्ट के साथ हील्स पहनती हूँ, जो लोगों को आकर्षित करता है, इसलिए लोग सिर्फ सौंदर्य के कारण ही याद रखते हैं।
फेलिसिया ने आगे लिखा है कि उसे बहुत जल्द यह अहसास हो गया था कि लोग उसे काम की जगह फिगर के लिए याद रखते हैं, इससे बचने के लिए वो मैक-अप छोड़ चुकी है, बड़े साइज के कपड़े पहनती थी, लेकिन इस सबका भी कोई फायदा नहीं हुआ, क्योंकि वो जब भी सही कपड़े पहनती थी, लोग तभी घूरने लगते थे।
फेलिसिया ने यह भी लिखा है कि उसे नहीं लगता कि वो उतनी आकर्षक है कि लोग उसे रुक कर देखें, वह युवा है और उसके भी सपने हैं, जिन्हें वो पूरा करना चाहती है, लेकिन काम की जगह लोगों का ध्यान सौंदर्य पर ही रहता है, जिससे उसे आगे बढ़ने में समस्या हो रही है। फेलिसिया की इस पोस्ट के बाद दुनिया हर में पुरुषों की इस सोच को लेकर बहस शुरू हो गई है।