बदायूं जिले में यौन शोषण का एक और सनसनीखेज प्रकरण प्रकाश में आया है। अब सपा नेता, सीओ और एक पत्रकार पर एक विवाहिता ने यौन शोषण का आरोप लगाया है, जिससे राजनैतिक क्षेत्र के साथ पुलिस विभाग में भी खलबली मच गई है। फिलहाल अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) प्रकरण की जांच कर रहे हैं।
सनसनीखेज आरोप उघैती थाना क्षेत्र के गाँव करियामई निवासी एक विवाहिता ने लगाया है। विवाहिता ने एसएसपी को दिए प्रार्थना पत्र में आरोप लगाया है कि जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष सपा नेता ब्रजेश यादव, सहसवान क्षेत्र के सीओ मुकेश यादव और पत्रकार बी.पी. गौतम ने उसका यौन शोषण किया है। बता दें कि ब्रजेश यादव सहसवान विधान सभा क्षेत्र के सपा विधायक ओमकार सिंह यादव के पुत्र व पूर्व राज्यमंत्री, एमएलसी व सपा जिलाध्यक्ष बनवारी सिंह यादव के दामाद हैं, जिससे राजनैतिक क्षेत्र में खलबली मच गई है। इसके अलावा गाँव प्रहलादपुर निवासी एक किशोरी ने थाना मूसाझाग में यौन शोषण करने का पिछले दिनों आरोप लगाया, जिसमें दो सिपाही जेल जा चुके हैं और अब सीओ स्तर के अधिकारी पर यौन शोषण का आरोप लगने से पुलिस विभाग में भी हडकंप मचा हुआ है। हालांकि प्रार्थना पत्र बीस दिन पूर्व दिया गया था। उक्त प्रकरण की जाँच अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) बालेन्दु भूषण सिंह कर रहे हैं, लेकिन वे अभी कुछ भी बताने को तैयार नहीं हैं।
उक्त प्रकरण में आरोपी पत्रकार बी.पी. गौतम का कहना है कि आरोप लगाने वाली महिला कथित संत व पूर्व गृह राज्यमंत्री चिन्मयानंद की रखैल है, इसके पति ने चिन्मयानंद के शाहजहांपुर स्थित कथित आश्रम में रह कर पढ़ाई की है, जो शातिर किस्म का व्यक्ति है, साथ ही एक दलित महिला का यौन शोषण करने के आरोप में पिछले दिनों जेल जा चुका है। जब थाना उघैती की हवालात में बंद था, तब पुलिस व सपा नेता ब्रजेश यादव पर जहर दिलाने का आरोप लगा रहा था, जबकि अस्पताल में जांच के दौरान उसके शरीर में जहर की पुष्टि नहीं हुई। विवाहिता और उसका पूरा परिवार षड्यंत्र रचने में माहिर है और चिन्मयानंद से मोटी रकम लेकर उस पर मनगढ़ंत आरोप लगा रहा है, जो जांच में स्पष्ट हो जायेगा।
उधर झूठा प्रार्थना पत्र देने की पृष्ठ भूमि में जाने पर ज्ञात हुआ आरोप लगाने वाली विवाहिता का जेल जा चुका पति सीओ बिसौली पर गिरफ्तारी न करने का दबाव बना रहा था, लेकिन अदालत का दबाव बनने पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया, साथ ही उसके पति को लगता है कि सपा नेता ब्रजेश यादव उसकी मदद करते, तो बच जाता, लेकिन जेल जाने से उसकी स्थित मानसिक विक्षप्त जैसी हो गई और चिन्मयानंद से मोटी रकम लेकर अपनी पत्नी के नाम से सभी के विरुद्ध झूठा प्रार्थना पत्र दिला दिया, जबकि तीनों आरोपी एक-दूसरे को जानते तक नहीं हैं। सूत्रों से यह भी पता चला है कि कथित संत चिन्मयानंद के मुमुक्षु आश्रम में स्थित लॉ कॉलेज में पढ़ने वाले यौन शोषण का झूठा आरोप लगाने वाली विवाहिता के पति ने एक बार नकल न करने देने पर परीक्षा के दौरान ही जहर खाने का नाटक कर दिया था, जिससे घबरा कर इसे नकल करने की छूट दे दी गई थी।
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