किरन कांत
बाबा रामदेव मुश्किलों में पड़ सकते हैं। उत्तराखंड सरकार ने बाबा रामदेव के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी कर ली है। पुत्रवटी दवा की जांच पूरी हो चुकी है, जिसको लेकर उन पर शिकंजा कसा जाना लगभग तय है।
उल्लेखनीय है कि पिछली यूपीए की सरकार के कार्यकाल में रामदेव पर इतने मुकदमे दर्ज कराये गये कि मुकदमों का शतक ही लग गया। कांग्रेस के विरुद्ध जहर उगलने वाले रामदेव को उत्तराखंड की सरकार भी अब राहत देने को तैयार नहीं नजर आ रही है। देश व दुनिया में पुत्रवटी नाम से पुत्र पैदा करने की दवाई के संबंध में रामदेव कहते रहे हैं कि उनकी दवाई और उसके प्रचार में कोई खामी है, लेकिन तीन महीने चली जाँच में यह साफ हो गया है कि वे दवा के संबंध में दुष्प्रचार कर रहे हैं, जो एक्ट का खुला उल्लंघन है।
मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव ओम प्रकाश ने बताया राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने जांच रिपोर्ट को केंद्र सरकार के समक्ष भेज दिया है। जाँच रिपोर्ट की सत्यता केंद्र सरकार परख लेगी, उसके बाद विधिवत कार्रवाई की जायेगी, वहीं उत्तराखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सुरेन्द्र नेगी के साथ मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी पुष्टि की है और किसी भी तरह की बदले की कार्रवाई से मना किया है। यहाँ यह भी बता दें कि रामदेव के संस्थान द्वारा बनाई जा रही पुत्रवटी दवा को लेकर सड़क से लेकर संसद तक बवाल हो चुका है।
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