वाट्सएप पर वायरल हुए एक पुराने वीडियो को लेकर कुछ अखबार और चैनल यौन शोषण की सनसनीखेज वारदात प्रचारित/प्रसारित कर रहे हैं। तथ्यहीन आधार पर कुछ मीडिया संस्थान पुलिस और उत्तर प्रदेश सरकार को बदनाम करने में लगे हुए हैं, जिसका खुलासा गौतम संदेश ने बीती रात ही कर दिया था। अपहरण और यौन शोषण की शिकार बताई जा रही दलित वर्ग की कथित पीड़ित विवाहिता भी मिल गई है, वह प्रेमी के साथ खुशहाल जीवन गुजारती पाई गई है।
उक्त प्रकरण में आज आईजी लोक शिकायत अशोक मुथा जैन ने बताया कथित पीड़ित को पुलिस ने पंजाब में विक्की नाम के लड़के के पास से सकुशल बरामद कर लिया है। वाट्सएप पर वायरल हुआ वीडियो जाँच में फर्जी पाया गया है, वह वीडियो दक्षिण भारत में किसी स्थान का है। उन्होंने कहा कि वीडियो वायरल करने वालों पर भी कार्रवाई होगी, इससे सम्बंधित कई और पहलुओं की भी पुलिस जांच कर रही है।
उल्लेखनीय है कि सिर्फ वाट्सएप पर वायरल हुए वीडियो के आधार पर कुछ मीडिया संस्थानों ने विवाहिता के अपहरण, यौन शोषण और हत्या होने तक की कहानी गढ़ ली और पुलिस व उत्तर प्रदेश सरकार को जमकर कोसा। अब सच पूरी तरह सामने आ गया है, जिससे फर्जी कहानी गढ़ने वालों को जवाब देते नहीं बन रहा है। बता दें कि पीलीभीत जिले की रहने वाली दलित वर्ग की 25 वर्षीय एक युवती की बदायूं जिले के गाँव उलैया में शादी हुई है, उसका पति अंबाला में नौकरी करता है, जहाँ वह पति के साथ ही रहती थी। वह चार महीने की बेटी के साथ पीलीभीत स्थित मायके आई थी और वहां से 23 नबंवर को बदायूं के लिए निकली थी। बरेली पहुंच कर बदायूं जाने वाली बस में बैठने के बाद से वह गायब बताई जा रही है, इस घटना को ही वायरल वीडियो से जोड़ दिया गया है।
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