बदायूं में भागीरथी के तट पर लगने वाले मिनी कुम्भ के नाम से प्रसिद्ध मेला ककोड़ा की तैयारियों का जिलाधिकारी ने जायजा लिया, इस वर्ष गंगा बचाव अभियान के तहत पॉलीथिन के प्रयोग पर रोक लगाई गई है। मेले में मांस, मदिरा एवं जुए पर भी पूर्ण पाबंदी रहेगी, वहीं दूसरी ओर गंगा बचाव अभियान के तहत मेला स्थल को खुले में शौच मुक्त कराने हेतु 200 अस्थाई शौचालयों का निर्माण भी कराया जायेगा।
गुरुवार को जिलाधिकारी पवन कुमार एवं एसएसपी महेन्द्र यादव ने सीडीओ अच्छे लाल सिंह यादव, एडीएम (प्रशासन) अजय कुमार श्रीवास्तव सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ मेला स्थल पर पहुंचकर चल रही तैयारियों का निरीक्षण किया। मेले में तंबुओं का नया शहर बसाने की तैयारियाँ तेज हो गई हैं। जिलाधिकारी ने मेला स्थल पर ही सम्बंधित अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि मेले में पॉलीथिन सहित अन्य प्रतिबंधित वस्तुओं पर रोक लगाने तथा मेला स्थल को खुले में शौच मुक्त करने हेतु सामाजिक सहभागिता और जागरुकता की आवश्यकता है। प्रशासनिक अमले सहित सभी लोग इस ओर मिलकर प्रयास करें, तो शीघ्र ही सफलता पाई जा सकती है। डीएम ने निर्देश दिए कि पुलिस अधिकारियों के साथ कादरचौक में मार्च पास्ट कर मुख्य मार्ग से अतिक्रमण हटाया जाए, जिससे श्रद्धालुआें को किसी प्रकार की असुविधा न होने पाए।
एसएसपी ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने तथा मेले में वाच टावर एवं सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मेला स्थल पर अस्थाई कोतवाली स्थापित कराई जा रही है। यहाँ मेले की सुरक्षा व्यवस्था हेतु पर्याप्त पुलिस बल को लगाया जाएगा। प्रतिबंधित वस्तुओं का प्रयोग न होने पाए इस ओर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।
दो महिला चिकित्सक और 16 डॉक्टर किए जाएंगे तैनात
मेला ककोड़ा में स्वास्थ्य विभाग द्वारा 20 बैड के अस्थाई चिकित्सालय की स्थापना के साथ ही दो स्त्री रोग विशेषज्ञ और 16 अन्य चिकित्सक तैनात किए जायेंगे। जिलाधिकारी पवन कुमार ने मेला चिकित्सालय में कम से कम पांच एम्बुलेंस की उपलब्धता सुनिश्चित कराने हेतु सीएमओ डॉक्टर सुनील कुमार को निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मेले में जिला मलेरिया अधिकारी द्वारा फॉगिंग भी कराई जाए। मेले में मिट्टी के तेल वितरण हेतु 15 सरकारी दुकानों की स्थापना कराई जायेंगी। श्रद्धालुआें की सुविधार्थ यातायात व्यवस्था सुदृढ़ बनाने हेतु राज्य सड़क परिवहन निगम की 15 बसें और प्राईवेट वाहनों की समुचित व्यवस्था उपलब्ध रहेगी।
स्नान घाट पर रखें विशेष नजर
जिलाधिकारी पवन कुमार ने स्नानघाट पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था कायम रखने के निर्देश देते हुए कहा कि महिलाओं के कपड़े बदलने हेतु पर्दे का उचित प्रबंध किया जाए। नावों, मल्लाहों की व्यवस्था के साथ ही वाच टावरों और सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से स्नान घाट पर विशेष नज़र रखी जाए। गंगा में सुरक्षा व्यवस्था हेतु बल्लियाँ लगाकर रस्से के माध्यम से बैरीकेटिंग की जाए तथा खतरे के निशान एवं साइन बोर्ड भी लगाए जाएं। डीएम ने कहा कि मेले में खाद्य वस्तुओं की गुणवत्ता को जांचने हेतु जिला खाद्य अधिकारी को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। मेले में पेयजल व्यवस्था हेतु हैण्डपम्प स्थापना का कार्य प्रगति पर है। मेला स्थल पर जिला पंचायत परिसर में स्थापित हैण्डपम्प को चलाकर डीएम ने पानी की स्थिति का भी निरीक्षण किया। उन्होंने मेले की तैयारियों तेज कराने हेतु जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी हरिपाल सिंह को निर्देश दिए हैं। सात नवम्बर को झण्डी पूजन के बाद डीएम द्वारा मेला स्थल पर ही मध्यान्ह 12 बजे मेले की तैयारियों की पुनः समीक्षा की जाएगी। इस अवसर पर डीआरडीए के पीडी रविन्द्र नाथ सिंह यादव, एसडीएम सदर जंगबहादुर यादव, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रेमचन्द यादव, एआरटीओ अमिताब राय तथा जिला पंचायत के अभियंता संजय शर्मा सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।