बदायूं के मिशन कंपाउंड में संडे को आयोजित किया गया भारतीय जनता पार्टी का विकास पर्व फन डे में परिवर्तित हो गया। भीषण गर्मी और हल्की बारिश के बीच नीरस संडे को लोगों का जमकर मनोरंजन हुआ, क्योंकि जिले की भाजपा पर कुंडली मारे बैठे कथित नेताओं को पूर्व विधायक रामसेवक सिंह पटेल और उनके कट्टर समर्थकों ने खुलेआम आइना दिखा दिया। पैसे और चापलूसी के सहारे पार्टी में बड़े-बड़े पद हथियाये बैठे लोगों के चेहरों का रंग फीका पड़ गया। हालाँकि ईर्ष्या के चलते रामसेवक सिंह पटेल के समर्थकों का अपमान करने का प्रयास किया गया, लेकिन रामसेवक सिंह पटेल की दहाड़ के सामने जनाधार विहीन नेताओं को मौन धारण करना पड़ गया।
भाजपा द्वारा आयोजित किये गये विकास पर्व के अवसर पर केंद्रीय इस्पात एवं खनन मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्यमंत्री कृष्ण पाल सिंह गुर्जर और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव एच. राजा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार द्वारा जनहित में संचालित की जा रही योजनाओं के संबंध में उपस्थित जनसमूह को बताया, साथ ही कांग्रेस, सपा और बसपा की नीतियों की आलोचना की। एच. राजा ने सपा पर मुस्लिमों को अधिक अहमियत देने का खुला आरोप लगाया। तीनों नेताओं के भाषण उपस्थित जनसमूह ने धैर्य पूर्वक सुने, लेकिन इनके मंच पर आने से पहले अफरा-तफरी का ही माहौल रहा।
असलियत में बदायूं के अधिकाँश भाजपा नेता शीर्ष नेताओं को पैसे और चमचागीरी के बल पर प्रभावित करने में जुटे रहते हैं, लेकिन विकास पर्व की तिथि निश्चित होते ही पूर्व विधायक रामसेवक सिंह पटेल क्षेत्र में जाकर रात-दिन मेहनत कर रहे थे, जिससे उनके आह्वान पर अपार जनसमूह उमड़ पड़ा। रामसेवक सिंह पटेल ऐतिहासिक जुलूस के साथ सभा स्थल पर पहुंचे, तो कथित नेताओं के चेहरों का रंग न सिर्फ फीका पड़ गया, बल्कि होश भी उड़ गये।
रामसेवक सिंह पटेल के साथ आई भीड़ से पंडाल भर गया। समर्थकों के हाथ में भाजपा के नारे और रामसेवक का नाम लिखी तख्तियां भी थीं, जिससे पंडाल में सिर्फ रामसेवक के समर्थक ही दिखाई दे रहे थे, जो बीच-बीच में रामसेवक के पक्ष में जोरदार नारे भी लगा रहे थे। समर्थकों का यह उत्साह बाकी जनाधार विहीन नेताओं को खल रहा था, तभी एक स्थानीय नेता ने रामसेवक के एक समर्थक को एक्स्ट्रा चमचागीरी न करने की चेतावनी दे दी, इतना बोलते ही रामसेवक दहाड़ उठे और स्थानीय नेता के हाथ से माइक झपट लिया, जिससे समूचा वातावरण तनावपूर्ण हो गया, लेकिन रामसेवक ने धैर्य और संयम से काम लिया, वरना समर्थक हमला भी कर सकते थे।
पूर्व विधायक महेश चंद गुप्ता सभा शुरू होने पर अपने कुछ समर्थकों के साथ नारेबाजी करते हुए पहुंचे, तो रामसेवक के समर्थक एक बार फिर जोरदार नारे लगाने लगे, जिससे एक बार फिर अफरा-तफरी मच गई, इस पूरे घटना क्रम से कुछ लोग दुखी नजर आये, वहीं कुछ लोगों का जमकर मनोरंजन हुआ। जनाधार विहीन लोगों के हाथों में नेतृत्व पहुंच जाने के कारण योद्धा बेलगाम हो गये हैं, जिससे जिले में भाजपा अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है। हालात इतने भयानक हो चले हैं कि सभ्य व्यक्ति वर्तमान नेतृत्व के माध्यम से विधान सभा चुनाव लड़ने का आवेदन तक करने को तैयार नहीं है। हर विधान सभा क्षेत्र से जनाधार विहीन धनाढ्य और चमचे ही टिकट की लाइन में सबसे आगे नजर आ रहे हैं। हालांकि इन चमचों की भीड़ में कुछ लोग भाजपा के शीर्ष नेतृत्व पर विश्वास करते हुए जमीन पर लगातार मेहनत करते नजर आ रहे हैं और उदारता व अपने मधुर व्यवहार से जनता का दिल जीत रहे हैं, ऐसे लोगों में राजीव कुमार गुप्ता का नाम शीर्ष पर है, वे दातागंज क्षेत्र में लगातार मेहनत कर भाजपा को मजबूत करते नजर आ रहे हैं, वे अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ विकास पर्व में उपस्थित रहे। पूर्व एमएलसी जितेन्द्र यादव भी अपने समर्थकों के साथ पहुंचे और शानदार तलवारें भेंट कर उन्होंने मुख्य अतिथियों का दिल जीतने का प्रयास किया। जिलाध्यक्ष हरीश शाक्य ने सभी का आभार व्यक्त किया, इस अवसर पर ब्रज क्षेत्र के अध्यक्ष बीएल वर्मा, मंत्री भवानी सिंह, पूर्व राज्यमंत्री भगवान सिंह शाक्य, पूर्व विधायक अवनीश कुमार सिंह “पप्पू भैया”, प्रेम स्वरूप पाठक, दीपमाला गोयल, वागीश पाठक, अंकित मौर्य, अतुल अलंकार, पीसी शर्मा, अशोक भारती, अनूप सिंह, उमेश कुमार सिंह और राजीव कुमार सिंह “बब्बू” सहित तमाम नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे।