बदायूं नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी विजय प्रताप “सरल” का गुप्तांग काट दिया। बरेली से उपचार के बाद अधिशासी अधिकारी को डॉक्टर ने बरेली से नोयडा के लिए रैफर कर दिया, वहीं जिलाधिकारी ने अनुपस्थित रहने पर विजय बहादुर “सरल” का वेतन रोक दिया है।
बदायूं नगर पालिका परिषद में अधिशासी अधिकारी के पद पर तैनात विजय प्रताप “सरल” आवास विकास कॉलोनी में रहता है। इसके बारे में बताया जाता है कि शराब की लत के चलते न ड्यूटी करता है और न ही इसका व्यवहार ठीक है। सूत्रों का कहना है कि बीती रात किसी ने विजय प्रताप “सरल” का गुप्तांग काट दिया। घटना के बारे में किसी को नहीं बताया गया है, लेकिन परिचितों ने उसे बरेली के रामपुर गार्डन स्थित धन्वंतरी तोमर हास्पीटल में भर्ती करा दिया। सोमवार शाम चार बजे तक विजय प्रताप “सरल” प्राइवेट वार्ड संख्या- 4 में भर्ती रहे, इसके बाद डॉक्टर ने उसे नोयडा के लिए रैफर कर दिया।
घटना की जानकारी पुलिस को नहीं दी गई है, साथ ही विजय प्रताप “सरल” का मोबाइल बंद जा रहा है, जिससे घटना के बारे में और अधिक जानकारी नहीं मिल पा रही है। मोहल्ले के लोगों को भी कुछ नहीं पता है, पर अधिकाँश लोगों का यही कहना है कि शराब की महफ़िल लगभग रोज ही लगती है।
गौतम संदेश के प्रतिनिधि ने तोमर हास्पीटल का दौरा किया, तब तक विजय प्रताप “सरल” वहां से जा चुके थे, जिससे खबर की पुष्टि नहीं हो पाई। उधर डीएम ने ईओ विजय प्रताप “सरल” का वेतन रोक दिया है।
बदायूं शहर में दिन में स्ट्रीट लाइट जलने के कारण जिलाधिकारी शम्भूनाथ यादव ने अधिशासी अधिकारी विजय प्रताप “सरल” का जवाब तलब करने के साथ ही वेतन आहरण पर अग्रिम आदेशों तक रोक लगाने के निर्देश दिए हैं।
जिलाधिकारी ने अपर जिला मजिस्ट्रेट प्रशासन/प्रभारी अधिकारी स्थानीय निकाय अशोक कुमार श्रीवास्तव को उक्त कार्रवाई सुनिश्चित कराने के साथ ही कहा है कि यदि इस प्रकार की किसी और नगर पालिका परिषद/नगर पंचायत से शिकायत प्राप्त होती है, तो उनके विरूद्ध भी कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।