बदायूं में समाजवादी पार्टी के सरपट दौड़ते घोड़े को भाजपा ने लगाम लगाने का मन बना लिया है। घोड़े को पकड़ने की जिम्मेदारी भाजपा निवर्तमान विधान परिषद सदस्य जितेन्द्र यादव को ही देने जा रही है, जिससे कार्यकर्ता झूम उठे हैं।
उल्लेखनीय है कि जिला पंचायत और क्षेत्र पंचायत प्रमुख के चुनाव में भाजपा ने प्रत्याशी नहीं उतारे, तो भाजपा की बड़ी फजीहत होने लगी। चर्चा यह भी है कि पार्टी के कुछ बड़े नेताओं ने मोटी रकम वसूल की थी, यह चर्चायें हाईकमान के संज्ञान में पहुंच गईं, इसलिए विधान परिषद चुनाव में प्रत्याशी उतारने का भाजपा के स्थानीय नेताओं पर दबाव बन गया।
भाजपा ने पूर्व जिलाध्यक्ष व पूर्व विधायक प्रेम स्वरूप पाठक को प्रत्याशी बनाने का निर्णय लिया, तो वे चुनाव लड़ने का साहस नहीं जूटा पाये, इससे भाजपा की और भी बड़ी फजीहत हो गई। अब सूचना मिल रही है कि भाजपा ने निवर्तमान एमएलसी जितेन्द्र यादव को टिकट देने का निर्णय ले लिया है। कल नामांकन पत्र दाखिल किया जायेगा, जिससे भाजपा कार्यकर्ता झूम उठे हैं। बता दें कि डीपी यादव के भतीजे जितेन्द्र यादव बसपा प्रत्याशी के रूप में पिछली बार एमएलसी चुने गये थे। बसपा ने उन्हें हाल ही में निष्कासित कर दिया था।
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