उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आलोक रंजन ने समस्त मण्डलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि भूकम्प से प्रभावित लोगों की मदद यथा-शीघ्र सुनिश्चित कराई जाये। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भूकम्प से कहीं भी कोई जनहानि हुई हो, तो उन्हें तत्काल सहायता उपलब्ध कराई जाये। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक अवकाश (शनिवार एवं रविवार) होने के बावजूद भी तहसील स्तर के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को भूकम्प से प्रभावित लोगों की मदद करने हेतु ड्यूटी पर तैनात कर दिया जाये। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कुछ जनहानि एवं कुछ व्यक्तियों की घायल होने की सूचना प्राप्त हुई है, उन्हें प्रदेश के मुख्यमंत्री जी के निर्देशानुसार तत्काल राहत हेतु आर्थिक सहायता उपलब्ध कराकर अवगत कराया जाये।
मुख्य सचिव ने यह निर्देश आज आये भूकम्प के फलस्वरूप उत्पन्न हालात पर नजर रखते हुए सम्बन्धित अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की मंशा के अनुसार दैवी आपदा से पीड़ित व्यक्ति को तत्काल राहत उपलब्ध कराई जाये। उन्होंने कहा कि पड़ोसी राज्यों के सीमावर्ती जनपदों के अस्पतालों में भी आवश्यक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने हेतु पर्याप्त दवाईयों के साथ-साथ चिकित्सक स्टाफ की उपस्थिति सुनिश्चित कराई जाये।
श्री रंजन ने भूकम्प के प्रभाव से मृतक लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री जी ने मृतकों के आश्रितों को 07-07 लाख रूपये, गम्भीर रूप से घायलों को 50-50 हजार रूपये तथा सामान्य रूप से घायलों को 20-20 हजार रूपये की आर्थिक सहायता तत्काल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं जिसका अनुपालन कड़ाई से सुनिश्चित कराया जाय। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबन्धन समितियों को तत्काल सक्रिय कर घायलों को आवश्यकतानुसार चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाये। उन्होंने कहा कि यह विशेष ध्यान दिया जाये कि यदि कहीं भी भवन गिरने से मलबे आदि में कोई फंसा हो, तो उसे यथा-शीघ्र निकालने की व्यवस्था सुनिश्चित कराते हुए आवश्कतानुसार इलाज सुनिश्चित कराया जाये।