बदायूं जिले की नगर पालिका सहसवान के चेयरमैन नूरुद्दीन बड़ी ही चालाकी से राजनैतिक डगर पर आगे बढ़ने का प्रयास करते नजर आ रहे हैं। सपा सरकार में जब उन्हें जरूरत महसूस हुई, तब वे समाजवादी बन गये और जब जरूरत बदली, तो सांसद धर्मेन्द्र यादव को अपना नेता बताने लगे, लेकिन चुनाव आते ही असली रंग में आते नजर आ रहे हैं, वे कांग्रेस से टिकट मांग रहे हैं और सपा-कांग्रेस गठबंधन का प्रत्याशी बनने का सपना खुली आँखों से देखने लगे हैं, इसके लिए वे प्रयास भी करते नजर आ रहे हैं।
सूत्र का कहना है कि नूरुद्दीन सोमवार को इलाहाबाद रवाना हो गये और वहां पूर्व सांसद व कांग्रेस के नेता सलीम इकबाल शेरवानी से मुलाकात की। नूरुद्दीन ने शेरवानी से बदायूं जिले के बिल्सी विधान सभा क्षेत्र से कांग्रेस-सपा गठबंधन का प्रत्याशी बनने की इच्छा जाहिर की है। गत चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी को बड़ी संख्या में वोट मिले थे, साथ ही इस क्षेत्र पर बसपा का कब्जा है, इस आधार पर कांग्रेस बिल्सी क्षेत्र पर दावा कर सकती है और सपा इस सीट को छोड़ भी सकती है।
सूत्र का कहना है कि नूरुद्दीन की दावेदारी और उनके तर्क से सलीम इकबाल शेरवानी संतुष्ट हो गये हैं और उन्होंने नूरुद्दीन को आश्वस्त भी किया है कि उनके लिए वह कांग्रेस में पैरवी करेंगे, जिससे नूरुद्दीन गदगद बताये जा रहे हैं। नूरुद्दीन बेहद चालाकी और गोपनीयता के साथ राजनीति की डगर पर आगे बढ़ने का प्रयास करते नजर आ रहे हैं, पर ऐसी बातें सार्वजनिक हो ही जाती हैं।
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