रिश्वतखोर अफसरों ने बीस लाख रूपये में दबा दिया ककराला का डोडा कांड

रिश्वतखोर अफसरों ने बीस लाख रूपये में दबा दिया ककराला का डोडा कांड
रिश्वतखोर अफसरों ने बीस लाख रूपये में दबा दिया ककराला का डोडा कांड

बदायूं जिले में स्टॉक डोडा में बड़ा घोटाला हुआ है, जिसे बीस लाख रूपये में अफसरों ने मिल कर दबा दिया। रिश्वतखोरी के बल पर माफिया आसानी से बचते नजर आ रहे हैं। हालाँकि गोदामों के सत्यापन की नारकोटिक्स टीम की रिपोर्ट पर मुख्यालय ने आपत्ति लगा दी है, पर माफियाओं को बचाने वाले रिश्वतखोर अफसरों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है, इसलिए पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच होना अति आवश्यक है।

बदायूं जिले में मई माह में डोडा की तस्करी का प्रकरण सामने आया था, जिसके बाद सील गोदाम संदिग्ध पाये गये, जिसमें कस्बा ककराला का कुख्यात गोदाम नंबर- एक पर था। ककराला के कुख्यात गोदाम का पहले नारकोटिक्स विभाग की टीम ने और फिर जिले की पुलिस-प्रशासन की टीम ने अलग-अलग सत्यापन किया। सूत्रों ने बताया कि गोदाम का द्वार सील था, लेकिन गोदाम के पीछे एक और द्वार पाया गया था, जिस पर बड़ी कार्रवाई होने की संभावना जताई जा रही थी, पर सत्यापन रिपोर्ट के संबंध में पता लगाया गया, तो सूत्रों ने बताया कि रिपोर्ट में सब कुछ सही दर्शाया गया है। सूत्र के अनुसार टीम द्वारा फैजगंज बेहटा के गोदाम में स्टॉक कम दर्शाया गया, लेकिन अन्य गोदामों में कोई कमी नहीं पाई गई। नारकोटिक्स टीम की रिपोर्ट इलाहाबाद स्थित मुख्यालय पहुंची, तो मुख्यालय के शीर्ष अफसर रिपोर्ट देखते ही भांप गये कि सत्यापन में भ्रष्टाचार हावी रहा है। मुख्यालय ने सत्यापन रिपोर्ट को कई महत्वपूर्ण आपत्तियों के साथ वापस कर दिया, इसके बावजूद माफियाओं के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की गई है। रिश्वत ले चुके अफसर कागजी कार्रवाई में ही प्रकरण को उलझाने में जुटे हुए हैं। सूत्रों का कहना है कि ककराला के डोडा माफिया ने जिले के दो शीर्ष अफसरों को पांच-पांच लाख, कई छोटे अफसरों को पांच लाख और नारकोटिक्स विभाग की टीम को पांच लाख रूपये दिए हैं। बीस लाख रूपये में पूरा प्रकरण दबा दिया गया है, साथ ही सभी अफसर और कर्मचारी मिल कर माफिया को बचाने में जुटे हुए हैं।

उल्लेखनीय है कि बदायूं जिले में डोडा के आठ गोदाम हैं, जिनमें पांच गोदाम बिसौली तहसील क्षेत्र में हैं। डोडा को केंद्र सरकार ने प्रतिबंधित किया, तो 31 मार्च 2016 को आठों गोदामों को सील कर दिया गया था। सील करते समय आठों गोदामों में डोडा का स्टॉक 1869 कुंतल था, जिसमें ककराला स्थित गोदाम में सर्वाधिक 832 कुंतल डोडा था। सील गोदामों से ही डोडा की तस्करी हो रही थी। फैजगंज बेहटा के गोदाम में 209 कुंतल डोडा सील किया गया था। 22 मई 2017 को संभल जिले के कस्बा चंदौसी में डोडा के साथ तीन लोगों की गिरफ्तारी हुई, तो खुलासा होने पर हड़कंप मच गया था, जिसके बाद बदायूं जिले के सभी सील गोदामों का सत्यापन कराया गया, जिस पर मुख्यालय ने आपत्ति लगा दी है। सूत्रों का कहना है कि बड़ा घोटाला है, जिसे जिले का पुलिस-प्रशासन और नारकोटिक्स विभाग मिल कर दबाने का प्रयास कर रहे हैं। तस्करों, माफियाओं और रिश्वतखोर अफसरों पर तभी कार्रवाई हो सकती है, जब केन्द्रीय ब्यूरो उच्च स्तरीय जाँच कराये।

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