शाहजहाँपुर के कुख्यात कथित संत चिन्मयानंद ने जेल से बचने के लिए नया नाटक शुरू कर दिया है लेकिन, डॉक्टर की टीम ने उसके प्रयासों पर पानी फेर दिया। चिन्मयानंद ने हार्ट अटैक की अफवाह फैलाई थी लेकिन, जाँच के बाद डॉक्टर की टीम ने पाया कि सुगर बढ़ने से लूज मोशन हो गये हैं, जिससे धड़कन बढ़ गई है, उससे दिल में दर्द हो रहा है। टीम आरोपी चिन्मयानंद का उपचार कर रही है।
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चिन्मयानंद की सताई छात्रा के सोमवार को एसआईटी ने न्यायालय में बयान दर्ज कराए। कड़े सुरक्षा घेरे में पहुंची छात्रा ने दो घंटे से अधिक समय न्यायालय में गुजारा। गिरफ्तारी की आशंका से चिन्मयानंद ने देर रात हार्ट अटैक की अफवाह फैला दी। तत्काल डॉक्टर की टीम मौके पर पहुंच गई। बताया जा रहा है कि हार्ट स्पेशलिस्ट डॉ. केसी वर्मा, फिजिसियन डॉ. एमएल अग्रवाल और डॉ. अंकित कुमार ने गहन जाँच की।
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जांच में पाया गया कि आरोपी चिन्मयानंद की सुगर बढ़ी हुई है, जिससे लूज मोशन हो गये हैं, इससे धड़कन बढ़ गई है और इसीलिए दर्द का अहसास हो रहा है। हार्ट अटैक जैसी कोई बात नहीं है। डॉक्टर की टीम आरोपी का उपचार करने में जुटी हुई है। बताते हैं कि पीड़िता के बयान दर्ज होते ही आरोपी की दहशत और बढ़ गई थी।
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उल्लेखनीय है कि शाहजहांपुर की एक छात्रा ने एक वीडियो क्लिप के द्वारा चिन्मयानंद पर उत्पीड़न का आरोप लगाया था। वीडियो में छात्रा ने अपने और अपने परिवार पर खतरा होने की बात कही थी, जिसके आधार पर छात्रा के पिता ने 27 अगस्त को शाहजहांपुर स्थित चौक कोतवाली में चिन्मयानंद के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने उच्च स्तरीय दबाव के बाद मुकदमा दर्ज किया था।
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उच्चतम न्यायालय के अधिवक्ताओं ने मुख्य न्यायाधीश से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया था, जिसके बाद न्यायाधीश आर. भानुमति और ए. एस. बोपन्ना की पीठ ने सुनवाई शुरू कर दी। छात्रा राजस्थान में पाई गई, जिसे न्यायालय ने अपने पास बुलवा लिया और दिल्ली पुलिस की अभिरक्षा में दे दिया। सुनवाई के बाद न्यायालय ने उत्तर प्रदेश सरकार को निर्देश दिया था कि वह आरोपी पूर्व गृह राज्यमंत्री चिन्मयानंद की जांच करने के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करे। एसआईटी का नेतृत्व आईजी स्तर का अधिकारी करे, जिसकी निगरानी उच्चतम न्यायालय करे, साथ ही छात्रा और उसके भाई का नामांकन अन्य संस्थान में कराये।
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न्यायालय के आदेश पर गठित की गई योग्य अफसरों की टीम शाहजहाँपुर में जाकर विवेचना करने में जुट गई, इस बीच शाहजहाँपुर में पीड़ित छात्रा की ओर से एक दर्जन से अधिक वीडियो वायरल हो गये, जिनमें कुख्यात कथित संत चिन्मयानंद की पीड़ित छात्रा तेल से मालिश करती नजर आ रही है। निर्वस्त्र चिन्मयानंद छात्रा से अश्लील बातें करते हुए भी दिख रहा है, इसी तरह एक वीडियो और वायरल हुआ, जिसमें कई लड़के और छात्रा चलती गाड़ी में रूपये मांगने और मैसेज भेजने की चर्चा करते नजर आ रहे हैं, इसी वीडियो को लेकर चिन्मयानंद और उसके कथित समर्थक उत्साहित हो उठे थे लेकिन, वे यह भूल ही गये थे कि चिन्मयानंद संत है, वह स्त्री के संपर्क में आने की कल्पना भी नहीं कर सकता।
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चिन्मयानंद ने एक और घृणित कार्य करा दिया। हॉस्टल के जिस कमरे में पीड़ित छात्रा रहती थी, उसमें एसआईटी के पहुंचने से पहले ऐसी-ऐसी वस्तुयें रखवा दी, जिन्हें देखने से एसआईटी और समाज छात्रा को चरित्रहीन समझे। एसआईटी चिन्मयानंद के षड्यंत्र से भ्रमित नहीं हुई, वह विवेचना में जुटी रही। गुरुवार की रात चिन्मयानंद से पूछ-ताछ की तो, वह समझ गया कि उसका बचना अब मुश्किल है, सो शुक्रवार की सुबह हरिद्वार भागने की तैयारी करने लगा था पर, सक्रिय टीम ने उसे भागने नहीं दिया।
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हाल-फिलहाल चिन्मयानंद एसआईटी की निगरानी में है, उसके मोबाइल जब्त कर लिए गये हैं। सूत्रों का कहना है कि छात्रा के बयान दर्ज होने के बाद टीम ने रिपोर्ट उच्च न्यायालय भेज दी। उच्च न्यायालय का अग्रिम आदेश मिलने की देर है। सूत्रों का कहना है कि चिन्मयानंद का अब जेल जाना तय है, उसे भी अहसास है तभी, नाटक शुरू कर दिया है। सूत्रों का यह भी कहना है कि चिन्मयानंद के साथ उसके दर्जन भर सहयोगी गिरफ्तार किये जा सकते हैं, जिनमें उसका रसोईया भी बताया जा रहा है।
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