शाहजहाँपुर के बहशी कथित संत चिन्मयानंद को लेकर कांग्रेसी सुबह से ही आक्रामक नजर आ रहे थे। पुलिस-प्रशासन ने शक्ति के द्वारा कांग्रेसियों के आंदोलन को कुचलने का भरसक प्रयास किया, जिससे पुलिस-प्रशासन को पसीना आ गया, वहीं बहशी चिन्मयानंद और छात्रा की जमानत याचिका निरस्त हो गई।
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बहशी चिन्मयानंद की सताई छात्रा को न्याय दिलाने के उद्देश्य से कांग्रेस ने न्याय यात्रा निकालने की घोषणा की थी। प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से कांग्रेसी शाहजहाँपुर आने को तत्पर नजर आ रहे थे, जिससे पुलिस-प्रशासन की नींद उड़ गई। पुलिस-प्रशासन ने कांग्रेस के नेताओं को बीती रात से ही घरों में कैद करना शुरू कर दिया। बरेली मंडल में आक्रामक कांग्रेसियों ने पुलिस-प्रशासन को देर शाम तक चैन की साँस नहीं लेने दी। कांग्रेसी पानी की टंकी पर भी चढ़ गये, जिससे पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मच गया। लंबे समय बाद कांग्रेसी आक्रामक नजर आये, जिससे आम जनता के बीच कांग्रेस की प्रशंसा की जा रही है।
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उधर जिला न्यायालय में बहशी चिन्मयानंद और छात्रा द्वारा जमानत मांगने के प्रार्थना पत्रों पर सुनवाई हुई। लंबी बहस के बाद न्यायालय ने चिन्मयानंद और छात्रा के प्रार्थना पत्र निरस्त कर दिए। बता दें कि चिन्मयानंद की सताई छात्रा जेल में है, वहीं चिन्मयानंद लखनऊ स्थित मेडिकल कॉलेज में भर्ती है।
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