उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी देवरिया कांड को लेकर बेहद गुस्से में बताये जा रहे हैं। देवरिया के नारी संरक्षण गृह की घटना को बेहद गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को बाल गृह व महिला संरक्षण गृह का कड़ाई से निरीक्षण करने का निर्देश दे दिया है। प्रदेश भर में अभियान चला कर निरीक्षण किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया है कि गृहों में रहने वाले बच्चों व महिलाओं को किसी तरह की समस्या न हो एवं गृहों की सुरक्षा कड़ी करते हुए नियमों का पालन कराया जाए। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद प्रदेश भर के अफसर सक्रिय हो गये हैं। बता दें कि देवरिया के नारी संरक्षण गृह में देह व्यापार होने का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। आरोपी मां विंध्यवासिनी महिला एवं बालिका संरक्षण गृह की संचालिका गिरिजा त्रिपाठी, उसके पति मोहन त्रिपाठी को गिरफ्तार कर लिया गया है, बेटी कंचन लता त्रिपाठी फरार बताई जा रही है, साथ ही गृह पर छापा मार कर पुलिस-प्रशासन द्वारा 24 लड़कियों को मुक्त करा दिया गया है।
शुरूआती जाँच में यह भी पता चला है कि उक्त मां विंध्यवासिनी महिला एवं बालिका संरक्षण गृह की सूची में 42 लड़कियाँ दर्ज हैं लेकिन, छापे के दौरान मौके पर सिर्फ 24 लड़कियाँ ही मिली हैं। उक्त गृह की गंभीर अनियमितताओं के कारण जून- 2017 में मान्यता समाप्त कर दी गई थी, साथ ही सीबीआई ने भी उक्त गृह को गंभीर अनियमितताओं वाली सूची में शामिल कर रखा है लेकिन, कानूनी दांव-पेंच की माहिर गिरिजा त्रिपाठी उच्च न्यायालय से आदेश प्राप्त कर गृह चला रही थी। देह व्यापार के साथ यहाँ मानव तस्करी होने की भी संभावना जताई जा रही है।
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