बदायूं जिले में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों को चुनावी व्यस्तताओं के बीच लखनऊ तक की दौड़ लगानी पड़ गई। समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी प्रदेश मुख्यालय की ओर रवाना हो गये हैं, वहीं कई प्रत्याशी लौट रहे हैं। समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों में हड़कंप मचा हुआ है।
जी हाँ, समाजवादी पार्टी ने सर्व प्रथम अपने प्रत्याशियों की सूची जारी कर बाजी मार ली थी, सिंबल भी बाँट दिए थे, जिससे प्रत्याशी चुनावी तैयारियों में जुट गये थे, इस बीच किसी की नजर प्रपत्र- 7 (क) पर पड़ी, तो उसे गलती नजर आई, यह चर्चा एक-दूसरे के द्वारा सभी प्रत्याशियों तक पहुंच गई, तो प्रत्याशियों में हड़कंप मच गया। सभी प्रत्याशी जिला मुख्यालय पर पहुंचे, तो उन्हें बताया गया कि प्रपत्र में संशोधन प्रदेश कार्यालय से ही होगा, तो सभी प्रत्याशी लखनऊ की ओर दौड़ पड़े।
बताते हैं कि हज करने के बाद अधिकांश मुस्लिम नाम से पहले हाजी लिखने लगते हैं, क्योंकि इससे राजनैतिक बायोडाटा मजबूत हो जाता है, जबकि मतदाता सूची और अन्य रिकॉर्ड में हाजी नहीं लिखा जाता, इसी तरह स्वयं-भू प्रतिष्ठित लोग अपने नाम में पंडित, ठाकुर और कुंवर जोड़ लेते हैं, ऐसे सभी प्रत्याशियों को नामांकन के दौरान समस्या उत्पन्न होने वाली थी। बताते हैं कि प्रदेश अध्यक्ष ने भी एक गलती की थी, उन्होंने समस्त पुरुषों के नाम से पहले श्री और महिलाओं के नाम से पहले श्रीमती लिख दिया था, जिसके चलते बैलेट पेपर में सभी का नाम एस क्रम के अनुसार नीचे चला जाता, जिसका मतदान के दौरान नुकसान उठाना पड़ सका था।
श्री और श्रीमती के साथ अन्य कई गलतियों को लेकर प्रत्याशियों की धड़कनें बढ़ गईं, सभी प्रपत्र 7 (क) को संशोधित कराने के उद्देश्य से लखनऊ मुख्यालय की ओर दौड़ पड़े। बताते हैं कि कुछेक प्रपत्र सही करा कर लौट रहे हैं, वहीं कुछेक पहुंचने वाले हैं। हाल-फिलहाल समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों में चुनावी व्यस्तताओं के बीच हड़कंप मचा हुआ है।
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