बदायूं जिले में इस्लामनगर विकास क्षेत्र के गांव कुंवरपुर पहुंचीं पंचतत्व फाउंडेशन की संस्थापक वॉटर वुमेन शिप्रा पाठक का ग्रामीणों ने भव्य स्वागत किया। वॉटर वुमेन ने ग्रामीणों के साथ पौधारोपण और जल संरक्षण को लेकर वार्ता की, उन्होंने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पौधारोपण कर नदियों एवं तालाबों की रक्षा करने का आह्वान किया। ग्रामीणों से संवाद करने के बाद तीन किलोमीटर पैदल जाकर वॉटर वुमेन ने सोत नदी पर पौधारोपण भी किया।
वॉटर वुमेन शिप्रा पाठक ने ग्रामीणों के साथ पौधारोपण और जल संरक्षण को लेकर वार्ता करते हुये कहा कि जब तक घने जंगल थे, नदी और तालाब जल से लबा-लब थे तब तक सुख था, समृद्धि थी, शांति थी, आनंद था लेकिन, जंगल कटने और जल स्रोत सूखने के साथ ही दुःख, दरिद्रता और अशांति फैल गई है। वॉटर वुमेन ने कहा कि कल ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा थी, जिसे सावित्री और वट पूर्णिमा भी कहते हैं, इस दिन पीपल, तुलसी और बरगद का पूजन करने से स्त्रियों को सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
उन्होंने कहा कि धर्म-अध्यात्म में पेड़ों और जल स्रोतों को पूजने का प्रावधान है, इसके पीछे कारण यही है कि पौधों और जल का संरक्षण करना है। उन्होंने कहा कि पंचतत्व ही मूल प्राण हैं और हम सब अपने प्राणों के साथ ही खिलवाड़ कर रहे हैं, इस ओर शीघ्र ही ध्यान नहीं दिया तो, अगली पीढ़ी कमर पर ऑक्सीजन का सिलेंडर लेकर चला करेगी। आने वाली पीढ़ियों को ऐसा भयावह वातावरण देकर हमें नहीं जाना है।
वॉटर वुमेन ने कहा कि कल विश्व पर्यावरण दिवस है। प्रत्येक व्यक्ति यह संकल्प ले कि विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आंगन में, घर के द्वार पर, खेत पर, तालाब के किनारे, नदियों के किनारे जहाँ भी यथोचित समझें, वहां एक पौधा अवश्य लगायें। वॉटर वुमेन ने विभिन्न प्रजातियों के सैकड़ों पौधे ग्रामीणों को भेंट भी किये। ग्रामीणों से संवाद करने के बाद वॉटर वुमेन तीन किलोमीटर पैदल चल कर सोत नदी पर गईं, जहाँ उन्होंने पौधारोपण किया, इस दौरान पूर्व प्रधान संजीव कुमार सिंह, मोहित कुमार सिंह, पूर्व प्रधान धनपाल सिंह, नेत्रपाल सिंह, वेदराम, रियासत अली और बीडीसी सदस्य शमीम खान सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।
वॉटर वुमेन ने लिया है एक करोड़ पौधे लगाने का संकल्प
बदायूं जिले के दातागंज विधान सभा क्षेत्र से वॉटर वुमेन शिप्रा पाठक की दादी संतोष कुमारी पाठक कई दशक तक विधायक रही हैं, उनके पिता डॉ. शैलेश पाठक भी वरिष्ठ भाजपा नेता हैं। वॉटर वुमेन माँ नर्मदा की 3600 किलोमीटर की परिक्रमा, मेकल पर्वत की परिक्रमा, माँ शिप्रा की पदयात्रा, माँ सरयू की पदयात्रा, आदिगंगा माँ गोमती की पदयात्रा और कैलाश मानसरोवर की पदयात्रा कर चुकी हैं, साथ ही उन्होंने एक करोड़ पौधे लगवाने का संकल्प लिया है, वे दस लाख से अधिक पौधे लगवा चुकी हैं। वॉटर वुमेन ने नर्मदा परिक्रमा पर रेवा एवं शिप्रा की पदयात्रा पर मोक्षदायिनी शिप्रा नाम से पुस्तकें भी लिखी हैं और माँ गोमती की पदयात्रा पर पुस्तक लिख रही हैं।
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