बदायूं में स्थित उझानी नगर पालिका परिषद में वित्तीय अनियमितता का गंभीर आरोप लगा है। शिकायत पर जिलाधिकारी ने तीन सदस्यीय टीम गठित की है, जो वित्तीय अनियमितताओं की जाँच करेगी। टीम एडीएम (प्रशासन) की अध्यक्षता में गठित की गई है, जिससे कार्रवाई होने की उम्मीद कम ही है।
शिकायत में आरोप लगाये गये हैं कि उझानी नगर पालिका परिषद में तैनात कार्यवाहक अधिशासी अधिकारी संजय कुमार और कार्यवाहक जेई विनय कुमार सक्सेना विकास कार्यों को मिलने वाली धनराशि से विनाश करा रहे हैं। निर्माण कार्यों की गुणवत्ता बेहद खराब है। पीला ईंट और रेत से ही नाला बना दिया गया है। आरोप है कि पालिकाध्यक्ष के पति विमल कृष्ण अग्रवाल के खेत तक नाला स्वीकृत कर दिया गया है, जबकि वहां नाला बनने की कोई आवश्यकता ही नहीं है। निजी लाभ के लिए स्वीकृत किये गये नाले का प्रस्ताव निरस्त कराया जाये।
शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने तीन सदस्यीय टीम गठित की है। टीम का अध्यक्ष अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) रामनिवास शर्मा को बनाया गया है। टीम के सदस्य वरिष्ठ कोषाधिकारी और डीआरडीए के सहायक अभियंता बनाये गये हैं। टीम को तीन दिन के अंदर आख्या देने का आदेश दिया गया है लेकिन, कार्रवाई होने की उम्मीद कम ही है, क्योंकि रामनिवास शर्मा को जो भी जाँच दी जाती है, उसमें कार्रवाई नहीं होती। नगर पंचायतों और नगर पालिकाओं की तमाम जांचों में आज तक कुछ नहीं हुआ।
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