बदायूं जिले में पुलिस मनमानी तो कर ही रही थी, अब दरिंदगी भी करने लगी है। पूर्णागिरी जा रहे परिवार पर पुलिस वाले निरर्थक ही टूट पड़े। पुलिस वालों ने विक्षिप्तों की तरह बेरहमी से मार लगाई, जिससे दो भाई बेहोश हो गये। परिवार की महिलायें और बच्चे चीख रहे थे लेकिन, दरिंदे पुलिस वालों पर कोई असर नहीं हो रहा था।
वजीरगंज थाना क्षेत्र के गाँव रौली निवासी ठाकुरों का एक परिवार पूर्णागिरी की यात्रा पर पुण्य लाभ अर्जित करने जा रहा था। ट्रेन में सीट मिल जाये और आराम से बैठ जायें, इसलिए परिवार उझानी स्टेशन पर पहुंच गया। दोपहर दो बजे ट्रेन आई। ट्रेन से एक युवक उतर रहा था। ट्रेन के गेट पर चढ़ने को लेकर ट्रेन से उतर रहा युवक गालियाँ देने लगा, जिस पर तीखी नोंक-झोंक के साथ धक्का-मुक्की होने लगी, इसके बाद युवक ने पूर्णागिरी जा रहे युवक को पीटना शुरू कर दिया, पहले लात-घूंसों से मारते हुए कपड़े फाड़ दिए, फिर जीआरपी की चौकी में घसीट कर ले गया, तब पता चला कि पीटने वाला जीआरपी का सब-इंस्पेक्टर परीक्षित शर्मा है।
परीक्षित के साथ एक पुलिस वाला और था, दोनों ने मिल कर डंडे से रोहित नाम के युवक को बेरहमी से पीटा, उसे बचाने छोटा भाई पवन आया तो, उसे भी डंडे से बेरहमी से मारा, दोनों भाईयों को चौकी का गेट बंद कर बेहोश होने तक मारा, इस बीच परिवार की महिलायें और बच्चे बचाने को चीख रहे थे, यात्री भी स्तब्ध थे लेकिन, दरिंदे पुलिस वालों पर कोई असर नहीं हुआ।
घटना के बाद उझानी कोतवाली पुलिस ने घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया, जहाँ से प्राथमिक उपचार के बाद घायलों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। दरिंदे पुलिस वालों को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। घायल भाईयों की बहन प्रीती सोलंकी ने रोते हुए बताया कि पुलिस वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई होना चाहिये।
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