बदायूं जिले की पुलिस अभी तक यह नहीं मान रही थी कि सहसवान में तबलीगी जमात के लोग हैं। तबलीगी जमात के लोगों ने स्वयं स्वीकार कर लिया तो, कुछ लोगों को जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करा दिया गया एवं उनके सेंपल जांच के लिए भेज दिए गये। रविवार रात रिपोर्ट आ गई लेकिन, प्रशासन ने सबकी निगेटिव रिपोर्ट बता कर झूठी खबरें छपवा दीं, जबकि तबलीगी जमात के एक व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव है, इससे भी भयानक बात यह है कि क्वारंटाइन तबलीगी जमात वालों से स्थानीय लोग लगातार मिल रहे थे।
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उल्लेखनीय है कि सूत्रों के हवाले से 1 अप्रैल को गौतम संदेश ने खुलासा किया था कि तबलीगी जमात में शामिल होकर सहसवान के लोग भी लौटे हैं, इसके बाद पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मच गया था। सहसवान में एसडीएम लाल बहादुर, सीओ रामकरन के साथ कोतवाल हरेन्द्र सिंह ने छापा मारा था, वडाला (महाराष्ट्र), नोयडा, बुलंदशहर और आंध्र प्रदेश के लोग निकले थे।
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खबर पर कोतवाल हरेन्द्र सिंह की लापरवाही को लेकर एसएसपी द्वारा जवाब माँगा गया तो, हरेन्द्र सिंह ने एसएसपी को भेजी रिपोर्ट में स्पष्ट कहा कि सहसवान में तबलीगी जमात में शामिल होने वाला कोई नहीं है। रिपोर्ट में यह भी नहीं बताया गया कि मस्जिद से तमाम लोग हिरासत में लिए गये थे। रिपोर्ट में यह भी नहीं बताया गया कि मस्जिद से हिरासत में लिए गये लोग क्वारंटाइन हैं। संभव है कि कोतवाल हरेन्द्र सिंह की रिपोर्ट के आधार पर शासन को भी यही बताया गया हो कि बदायूं जिले में तबलीगी जमात से संबंधित लोग नहीं हैं।
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कोतवाल हरेन्द्र सिंह के द्वारा एसएसपी को भेजी गई झूठी रिपोर्ट के बारे में गौतम संदेश को जानकारी हुई तो, गौतम संदेश ने नगर पालिका परिषद के भवन में आंध्र प्रदेश के क्वारंटाइन तबलीगी जमात के लोगों से बात की, उन्होंने स्वयं स्वीकार किया कि वे जमात में शामिल होकर लौटे हैं, इनके साथ पांच महिलायें भी हैं।
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इसके अलावा मस्जिद से बुलंदशहर के सलमान, सिकंदर, इस्लाम, वकील अहमद, रिहान, वाहिद ताहिर, कामिल, अजरुद्दीन, अजहर, हबीब इमरान, जुनैद, स्लामुर्दान व नोयडा के अकबर भी मिले थे। वडाला (महाराष्ट्र) के सद्दाम हुसैन, मोहम्मद अली जान, अब्दुल फैज, मोहम्मद गुफरान, उल्लन अंसारी और सरफराज खान भी मस्जिद में मिले थे, इन्हें 3 अप्रैल को जिला अस्पताल में बने आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करा दिया और फिर इनका सेंपल लेकर जांच को भेज दिया गया।
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तबलीगी जमात के 6 लोगों के साथ रविवार देर रात 8 लोगों की जांच रिपोर्ट आई तो, प्रशासन ने सभी की निगेटिव रिपोर्ट बता कर झूठी खबरें प्रकाशित करवा दीं। सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि तबलीगी जमात के एक व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अब देखते हैं कि माहमारी अधिनियम के अंतर्गत कोतवाल हरेन्द्र सिंह के साथ किस-किस के विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी?
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