बदायूं जिले में प्रशासन खुलेआम मनमानी करते हुए कानूनी का दुरूपयोग कर रहा है। पट्टेधारक की शिकायत पर ब-मुश्किल सरकारी जमीन को कब्जा मुक्त कराया गया था लेकिन, अवैध कब्जा करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई करने की जगह प्रशासन ने दबंगों द्वारा बोई गई फसल की चुपचाप नीलामी कर दी, जिससे ग्रामीण स्तब्ध नजर आ रहे हैं।
चौंकाने वाला प्रकरण कादरचौक क्षेत्र का है, यहाँ पट्टाधारक की शिकायत पर पिछले दिनों लगभग 10 वर्ष बाद जमीन से कब्जा छुड़ावाया गया लेकिन, कार्रवाई करने की जगह दबंगों द्वारा बोई गई फसल की प्रशासन ने चुपचाप लाखों रुपए में नीलामी कर दी। ग्रामीणों का लेखपाल और कानूनगो पर आरोप है कि दबंग ने गेहूं व सरसों की फसल बो दी थी, जिसको प्रशासन ने सोमवार को चुपचाप नीलाम कर दिया। बताते हैं कि पिछले लगभग 10 वर्षों से पट्टाधारक दबंगों से जमीन पर से कब्जा छुड़वाने व पैमाइश कराने की प्रशासन से मांग कर रहा था।
बताते हैं कि पिछले दिनों पट्टाधारक ने एंटी भू-माफिया पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई तो, प्रशासन ने आनन-फानन में ट्रैक्टर और जेसीबी चलाकर अवैध कब्जा खाली कराया था लेकिन, पट्टाधारक को कब्जा नहीं दिलाया। आरोप है कि ग्राम प्रधान द्वारा गेहूं व सरसों की फसल अवैध तरीके से बुवाई गई थी, जिसकी पट्टाधारक ने पुनः शिकायत दर्ज कराई तो, सोमवार को प्रशासन ने आनन-फानन में खड़ी फसल की चुपचाप नीलामी कर दी। अब पट्टाधारक का आरोप है कि प्रशासन ने जान-बूझ कर भू-माफिया को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से नीलामी की कार्रवाई की है, जबकि पट्टाधारक की अभी समय अवधि बाकी है और पूरा राजस्व उसके द्वारा जमा किया गया है। पट्टाधारक ने संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री से भी शिकायत की है।
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