बदायूं जिले की नगर पंचायत वजीरगंज में हाल-फिलहाल राजनैतिक गतिविधियाँ और चर्चायें शिखर पर हैं, यहाँ की गतिविधियों पर जिले भर के लोगों की नजरें जमी हुई हैं। एक छुटभैया हर दिन एक नई अफवाह फैला देता है। छुटभैया अवैध दुकानों के कथित मालिकों से कह रहा है कि उसने डीएम कुमार प्रशांत से केबिन में बुलवा कर एडीएम (प्रशासन) ऋतु पुनिया को बुरी तरह डांटा, जिसके बाद वह क्षमा मांग कर चली गईं, अब कुछ नहीं होगा।
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उल्लेखनीय है कि नगर पंचायत वजीरगंज की जमीन पर रामलीला परिसर में अवैध तरीके से 27 दुकानें बना कर बेच दी गई हैं। जमीन नगर पंचायत की है, जिससे चेयरमैन शमा परवीन पहले दिन से ही लगातार शिकायतें कर रही हैं पर, सत्ता पक्ष का राजनैतिक संरक्षण होने के कारण चेयरमैन की शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। अवैध दुकानों का नगर पंचायत द्वारा नक्शा भी जारी नहीं किया गया है, फिर भी अवैध दुकानें बेच कर करोड़ों रुपया एक छुटभैया द्वारा हजम कर लिया गया है।
पिछले दिनों एडीएम (प्रशासन) के पद पर तेजतर्रार और ईमानदार ऋतु पुनिया आईं और वजीरगंज नगर पंचायत के प्रकरण उनके संज्ञान में पहुंचे तो, वे स्वयं भी स्तब्ध रह गईं। उन्होंने त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए। ईओ डीके राय ने शुक्रवार को बकाया राशि जमा न करने पर दबंग ठेकेदार और झोलाछाप डॉक्टर डीएस चौधरी की आरसी जारी कर दी। ऋतु पुनिया ने अवैध दुकानों के संबंध में भी रिपोर्ट तलब की है।
चौंकाने वाली बात यह है कि एडीएम (प्रशासन) के निर्देशानुसार रिपोर्ट ईओ को देनी थी लेकिन, ईओ ने कुख्यात कार्यालय सहायक शहंशाह अब्बास को रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं। सवाल यह है कि जिस शहंशाह अब्बास की अवैध कब्जा कराने में अहम भूमिका मानी जाती है, उसी को रिपोर्ट तैयार करने का दायित्व क्यों दे दिया गया है? स्पष्ट है कि वह भू-माफिया को ही बचाने का प्रयास करेगा।
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अवैध दुकानों की रिपोर्ट तलब करने से संबंधित खबरें मीडिया में आईं तो, छुटभैया ने पहले दिन यह अफवाह फैलाई कि कोई रिपोर्ट तलब नहीं की गई है, सभी पत्रकार बीस लाख रूपये मांग रहे थे, जो देने से मना कर दिए, इसलिए पत्रकार फर्जी खबरें छाप रहे हैं। लोगों ने नगर पंचायत से पुष्टि की तो, स्पष्ट हो गया कि रिपोर्ट तलब की गई है तो, अगले दिन छुटभैया ने अवैध दुकानों के कथित मालिकों का मनोबल बढ़ाने के लिए एक और नई फर्जी कहानी सुना दी।
अब छुटभैया कह रहा है कि उसने डीएम कुमार प्रशांत से केबिन में एडीएम (प्रशासन) ऋतु पुनिया को बुलवाया और 15 मिनट तक डांटा, जिसके बाद वह क्षमा मांग कर चली गईं, अब कुछ नहीं होगा, न रिपोर्ट जायेगी और न ही दुकानें टूटेंगी। हालाँकि अवैध दुकानों के कथित मालिक छुटभैये की फर्जी कहानी पर विश्वास नहीं कर रहे हैं पर, इन फर्जी कहानियों पर वजीरगंज के लोग चटखारे लेते नजर आ रहे हैं।
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