एडवोकेट सुधीर कश्यप
बदायूं के डकैती कोर्ट में यातायात पुलिस लखनऊ में तैनात सिपाही प्रमोद ने लगभग छह साल पुराने अधिवक्ता से लूटपाट व अभद्र व्यवहार के प्रकरण में सरेंडर किया। न्यायाधीश मचला अग्रवाल ने आरोपी सिपाही को हिरासत में लेने के बाद जेल भेज दिया, अब उसकी जमानत पर 6 मार्च को सुनवाई होगी, इसको लेकर काफी गहमा-गहमी का माहौल रहा।
उल्लेखनीय है कि सदर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला कामग्रान निवासी अधिवक्ता सुशील कुमार वर्मा ने विशेष न्यायालय डकैती में परिवाद दायर किया था, जिसमें उल्लेख किया कि 30 सितंबर 2014 को रोजाना की तरह कार से कचहरी जा रहे थे तभी, कोतवाली के निकट अचानक एक बच्चा तेजी से निकल कर आया, जो गाड़ी के गेट से टकरा कर गिर गया, जिसके बाद आस-पास के लोगों ने उनकी गाड़ी घेर ली और उन पर हमला करने की कोशिश की, वह बचकर कोतवाली पहुंचे, वहां मौजूद दरोगा व अन्य पुलिसकर्मियों ने उनके साथ अभद्र व्यवहार कर अपमानित किया, कोतवाली में तैनात सिपाही प्रमोद ने उनके साथ अभद्र व्यवहार करने के साथ मारपीट की और 22 सौ रुपये छीन लिए, यह घटना कई अधिवक्ताओं के सामने हुई थी।
उक्त प्रकरण में कार्रवाई हेतु पुलिस के उच्च अधिकारियों से शिकायत की गई लेकिन, सिपाही प्रमोद की दबंगई पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिसके बाद पीड़ित अधिवक्ता ने न्यायालय के समक्ष गुहार लगाई, आरोपी सिपाही प्रमोद तलब हो जाने के बाद काफी दिन से न्यायालय आ नहीं आ रहा था। आरोपी लखनऊ स्थित यातायात विभाग में तैनात है, गुरुवार को आरोपी ने डकैती कोर्ट में सरेंडर किया तो, न्यायाधीश मचला अग्रवाल ने आरोपी सिपाही को न्यायिक हिरासत में लेकर जेल भेज दिया, अब जमानत पर 6 मार्च को सुनवाई होगी।
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