बदायूं जिले के गाँव इटौआ निवासी अमर शहीद हरिओम सिंह को कारगिल विजय दिवस के अवसर पर याद किया गया। गाँव व क्षेत्र के तमाम लोगों ने शहीद की प्रतिमा पर फूल अर्पित कर शहीद को नमन किया।
देश भर में कारगिल विजय दिवस के अवसर अमर शहीदों को याद किया जा रहा है, उनकी शौर्य गाथाओं को याद किया जा रहा है, साथ ही साहस और बलिदान से प्रेरणा लेना का आह्वान किया जा रहा है। हरिओम सिंह ने जटिल और विपरीत परिस्थितियों में अदम्य साहस का परिचय देते हुए चोटी पर पाकिस्तानी सेना को धूल चटाते हुए तिरंगा लहरा दिया था। देश की आन, बान और शान के लिए प्राण न्यौछावर करने वाले शहीद हरिओम सिंह के सभी कृतज्ञ हैं।
विकास क्षेत्र वजीरगंज के गाँव इटौआ में हरिओम सिंह का जन्म 20 अगस्त 1968 को हुआ था, उन्होंने 31 वर्ष की उम्र में बलिदान दे दिया, शहीद के पैत्रक गाँव का नाम शहीद हरीओम नगर इटौआ कर दिया गया था लेकिन, यह गाँव अन्य मूल-भूत सुविधाओं के लिए आज भी तरस रहा है, जबकि सरकार को सर्व प्रथम शहीद के गाँव को विकसित करना चाहिए था, ताकि अन्य लोगों को भी देश की सेवा करने की प्रेरणा मिले।
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