बदायूं जिले में विकास कार्य करने की जगह पूर्व में किये जा चुके विकास कार्यों को ही मिटाने का नया खेल शुरू हो गया है। सांसद निधि से लगवाई गईं लाइटों को पुलिस से डरा कर खुलेआम उतरवा लिया गया है। प्रकरण सांसद धर्मेन्द्र यादव के संज्ञान में पहुंचा तो, उन्होंने डीएम को अवगत कराते हुए कड़ी आपत्ति दर्ज करा दी है।
जिले भर में सांसद धर्मेन्द्र यादव द्वारा कराये गये विकास कार्यों की चमक दिख रही है, जो भाजपा सरकार आने के बाद भी धूमिल नहीं पड़ पा रही है। भाजपा सरकार द्वारा कराए गये विकास कार्यों की तुलना आम जनता सांसद द्वारा कराए गये विकास कार्यों से ही करती है, जिससे भाजपाईयों द्वारा कराए गये कार्यों की चमक दब जाती है। अब भाजपाईयों ने नया फंडा इजाद किया है। सांसद के विकास कार्यों को मिटाना शुरू कर दिया है। आज दिनदहाड़े वेदों टोला मुंडी मस्जिद के निकट से पुलिस बल भेज कर नगर पालिका परिषद के कर्मचारियों द्वारा लाइटें उतार ली गईं। पूर्व सभाषद हारुन खान और अन्य तमाम लोगों ने नगर पालिका परिषद के तानाशाही पूर्ण रवैये से सांसद धर्मेन्द्र यादव को अवगत कराया। सांसद धर्मेन्द्र यादव ने प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए तत्काल डीएम दिनेश कुमार सिंह को अवगत करा दिया और उनसे कड़ी आपत्ति भी दर्ज करा दी।
बता दें कि सांसद धर्मेन्द्र यादव द्वारा निधि से जिले भर में लाइटें लगवाई गई थीं। नगर पालिका परिषद क्षेत्र के हर वार्ड को बीस लाइटें दी गई थीं, वही लाइटें वेदों टोला मुंडी मस्जिद के आस-पास लगी हुई हैं, जिन्हें पुलिस बल के साथ पालिका के कर्मचारियों द्वारा उतारा गया है, जबकि सांसद द्वारा प्रस्तावित लाइटों को उतरवाने अथवा, उनका स्थान परिवर्तन कराने का भी अधिकार पालिका को नहीं है।
उक्त घटना चर्चा का विषय बनी हुई है। लोग तो यहाँ तक कह रहे हैं कि भाजपाई एक और ओवरब्रिज नहीं बनवा सकते, मेडिकल कॉलेज नहीं बनवा सकते, ऐसे में कहीं यह लोग सांसद द्वारा बनवाये गये ओवरब्रिज और मेडिकल कॉलेज पर ही किसी दिन हथौड़ा न चलवा दें।
(गौतम संदेश की खबरों से अपडेट रहने के लिए एंड्राइड एप अपने मोबाईल में इन्स्टॉल कर सकते हैं एवं गौतम संदेश को फेसबुक और ट्वीटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं, साथ ही वीडियो देखने के लिए गौतम संदेश चैनल को सबस्क्राइब कर सकते हैं)