मौलानाओं ने सांसद धर्मेन्द्र यादव के विरुद्ध अखिलेश यादव को पत्र लिखा

मौलानाओं ने सांसद धर्मेन्द्र यादव के विरुद्ध अखिलेश यादव को पत्र लिखा

बदायूं लोकसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के सांसद धर्मेन्द्र यादव की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। जिले के लगभग 250 मौलानाओं ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्य्क्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नाम एक पत्र पूर्व दर्जा राज्यमंत्री आबिद रजा को सौंपा है। पत्र में लिखा है कि अखिलेश यादव बदायूं लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ें और मुस्लिम विरोधियों के विरुद्ध कार्रवाई करें।

पत्र में लिखा है कि 29 जुलाई को एक निजी मैरिज हॉल में आयोजित किये गये सपा के सम्मेलन में धर्मेन्द्र यादव के सामने मुस्लिमों को देवेन्द्र शाक्य द्वारा मंच से दो बार ’’कटुआ’’ कहा गया। धर्मेन्द्र यादव ने बजाय उसे पार्टी से निकालने के पार्टी का पिछड़ा वर्ग का प्रदेश उपाध्यक्ष बनावा दिया। 1 नवम्बर 2018 मे रामेश्वर यादव नाम के व्यक्ति ने फेसबुक पर मुसलमानों के खिलाफ आपत्तिजनक कमेन्ट किया, साथ ही मस्जिदों, छोटे-बड़े सरकार की दरगाह पर भी निंदनीय कमेन्ट किया। मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं का धर्मेन्द्र यादव ने सम्मान नहीं किया और रामेश्वर यादव की जमानत में अपरोक्ष रूप से मदद भी की, इस वजह से आम मुसलमानों में बेहद गुस्सा है।

पत्र में लिखा है कि सांसद निधि से मुस्लिम मोहल्लों, मुस्लिम गांवों मे कोई काम नहीं कराया गया है। आम मुसलमानों की खुशी, गम में धर्मेन्द्र यादव कभी शरीक नहीं हुये हैं। प्रत्येक विधान सभा क्षेत्र में 15 से 20 मुसलमान ठेकेदारी कर रहे हैं या, पदाधिकारी हैं। पदों का या, ठेकों का लालच देकर मुसलमानों के साथ दिखावा किया जा रहा है, ऐसे लोगों का कोई जनाधार नहीं है, न ही आम मुसलमान के वोट पर उनकी पकड़ है।

अखिलेश यादव के नाम लिखे पत्र में लिखा है कि बदायूं लोकसभा से आप चुनाव लड़ें। 2014 में भी आपके नाम पर, नेता जी व आजम खां की वजह से ही बदायूं लोकसभा क्षेत्र में भारी जीत हुई थी, इस वक्त के सियासी हालात को देखते हुए आपका पार्टी हित मे बदायूं से चुनाव लड़ना बेहद जरूरी है। आपके चुनाव लड़ने से पार्टी की सारी अर्न्तकलह खत्म हो जायेगी, पार्टी का नुकसान भी बच जायेगा। यह भी अपील की गई है कि जिन लोगों ने मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ किया है, उनके विरूद्ध कार्यवाही जरूर करें।

आबिद रजा को पत्र सौंपते समय मुफ्ती शाने आलम, मौलाना अखलाक रजा, मौलाना इमरान रजा, मौलाना ओवैस, मौलाना नफीस, मौलाना रफीक, मौलाना अजीज, मौलाना शादाब रजा, मौलाना विकार रजा, मौलाना शाकिर रजा, मौलाना स्वाले हसन, मौलाना शाने आलम, मौलाना सलीम, मौलाना गुफरान, मौलाना कदीर, मौलाना नाजिम, मौलाना अहमद अली, मौलाना जहूर, मौलाना खालिद बैग, मौलाना शाहबाज, मुफ्ती अरबाज, मौलाना शमशाद, मौलाना हनीफ, मौलाना मुमताज, मौलाना तौकीर, मौलाना मुख्तार, मौलाना अब्दुल वहाब, मौलाना मुजफ्फर, मौलाना हनीफ, मौलाना रिजवान, मौलाना शाहनवाज, मौलाना मुशाहिद, मौलाना साजिद, मौलाना फारुक, मौलाना सलीम और मौलाना आरिफ सहित लगभग 250 मौलाना मौजूद रहे।

(गौतम संदेश की खबरों से अपडेट रहने के लिए एंड्राइड एप अपने मोबाईल में इन्स्टॉल कर सकते हैं एवं गौतम संदेश को फेसबुक और ट्वीटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं, साथ ही वीडियो देखने के लिए गौतम संदेश चैनल को सबस्क्राइब कर सकते हैं)

Leave a Reply