बदायूं जिले में तमाम स्थानों पर बिजली की लाइन खतरा बनी हुई हैं। लोग निरंतर शिकायतें करते रहते हैं, लेकिन विभागीय अफसर लाइन हटाने के बारे में विचार तक नहीं करते, इससे भी बड़ी चौंकाने वाली बात यह है कि मुख्यालय पर भी हाई पॉवर लाइन जान पर खतरा बनी हुई हैं, प्रकरण उच्च न्यायालय तक भी पहुंच चुका है, पर कोई कार्रवाई करने को तैयार नहीं है।
बात फिलहाल सहस्त्रधाम वैंकट लॉन की करते हैं, इसके ऊपर से 11 हजार और 33 हजार केवी की दो लाइन जा रही हैं। वैंकट लॉन बनाने से पहले कई अलग-अलग विभागों से कई तरह की अनुमति लेनी होती हैं, लेकिन सहस्त्रधाम वैंकट लॉन के संचालक ने किसी विभाग से कोई अनुमति नहीं ली। भवन निर्माण कर सीधे समारोह की बुकिंग लेनी शुरू कर दी, यहाँ विवाह, वर्थ डे सहित अन्य तमाम तरह के समारोह आयोजित होते रहते हैं, इस दौरान ऊंचे-ऊंचे पंडाल भी लगाये जाते हैं, जिसके चलते कभी भी दुर्घटना घटित हो सकती है। सहस्रधाम में भोजन की व्यवस्था ठीक बिजली के तारों के नीचे ही की जाती है, ऐसे में कभी भी तार ही टूट कर गिर जाये, तो बड़े स्तर पर जनहानि हो सकती है।
सहस्त्रधाम वैंकट लॉन का संचालन ज्वाला देवी चैरिटेबिल ट्रस्ट द्वारा किया जाता है, जिसने विकास प्राधिकरण से भी अनुमति नहीं ली है, इन सब प्रकरणों की एक जागरूक नागरिक अर्पित भरद्वाज ने विभिन्न स्तरों पर की, पर किसी विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की। प्रकरण उच्च न्यायालय के समक्ष रखा गया, तो न्यायालय ने सुनवाई के बाद जिलाधिकारी को आदेश दिया कि छः सप्ताह के अंदर अपने स्तर से जाँच कर कार्रवाई करें, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। सहस्त्रधाम वैंकट लॉन में शादी समारोह निरंतर आयोजित किये जा रहे हैं। हालाँकि जिलाधिकारी को जनवरी के प्रथम सप्ताह तक निर्णय लेना है, जिसमें अभी समय शेष है।
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