बदायूं जिले में अब नियम-कानून नाम का कुछ बचा नहीं है। मानवाधिकारों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार को एक मुस्लिम परिवार निशाना बन गया। युवक को जघन्य अपराधी की तरह दबोच लिया गया, उसे बचाने आई पत्नी के साथ भी अभद्रता की गई और फिर चार सौ रूपये रिश्वत लेने के बाद छोड़ दिया गया।
पढ़ें: दरिंदा सब-इंस्पेक्टर निलंबित, सीओ करेंगे जाँच, मुकदमा दर्ज नहीं हुआ
जी हाँ, बदायूं रेलवे स्टेशन पर एक मुस्लिम परिवार ट्रेन आने का इंतजार कर रहा था। पूरा परिवार गरीब और अनपढ़ था। अनजाने में ही एक युवक स्टेशन पर बीड़ी पीने लगा, जिसे महेंद्र कुमार नाम के टीटी ने दबोच लिया पर, चालान काटने की जगह उसे हिरासत में लेकर कार्यालय में बंद करने को ले गया। युवक की पत्नी आई तो, उसके साथ भी अभद्रता की गई।
टीटी ने युवक को कार्यालय में बंद कर दिया और फिर स्वयं स्टेशन पर ही घूमने चला गया। कुछ देर बाद लौटा तो, पांच सौ रूपये मांगने लगा। गरीब परिवार ने किसी तरह इकट्ठा कर चार सौ रूपये दिए, जिसके बाद युवक को छोड़ दिया। रिश्वत देकर भी गरीब परिवार बेहद खुश था, जिससे सरकारी वेतन लेने वाले भेड़िये की हर कोई निंदा करता नजर आ रहा था।
बताते हैं कि मुस्लिम परिवार हाथरस जिले में स्थित गाँव मुरसान का था, जो संभवतः विश्व प्रसिद्ध ज्यारत पर आया था। ट्रेन आने पर परिवार चला गया। बाहरी, अनपढ़ और गरीब होने के कारण पीड़ितों ने टीटी की शिकायत तो नहीं की पर, प्रत्यक्षदर्शी यात्री टीटी की गुंडई देख कर स्तब्ध नजर आ रहे थे। विभागीय सूत्रों का कहना है कि टीटी महेंद्र की असंख्य जांचें चल रही हैं, यह स्वभाव से ही भ्रष्ट है।
(गौतम संदेश की खबरों से अपडेट रहने के लिए एंड्राइड एप अपने मोबाईल में इन्स्टॉल कर सकते हैं एवं गौतम संदेश को फेसबुक और ट्वीटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं, साथ ही वीडियो देखने के लिए गौतम संदेश चैनल को सबस्क्राइब कर सकते हैं)