बदायूं जिले में वो सब भी होने लगा है, जो पहले कभी नहीं हुआ था। आपराधिक वारदातों के लिए कुख्यात बदायूं जिले में मॉब लिंचिंग की आग भी पहुंच गई है। चौंकाने वाली बात यह है कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मॉब लिंचिंग की वारदातों की रोकथाम और कार्रवाई के लिए जिस समय टास्क फोर्स गठित कर रहे थे, उस समय जिले में मॉब लिंचिंग की वारदात को अंजाम दिया जा रहा था लेकिन, सनसनीखेज वारदात में त्वरित और कड़ी कार्रवाई करने की जगह पुलिस वारदात को दबाने और समझौता कराने के प्रयास में ही जुटी रही।
मॉब लिंचिंग की सनसनीखेज वारदात कुंवरगाँव थाना क्षेत्र की है। कस्बा कुंवरगाँव के निकट ही गंज नाम का गाँव है, यहाँ के निवासी नत्थू लाल के ट्रैक्टर से बुधवार को बैट्री चोरी कर ली गई थी। बताते हैं कि नत्थू लाल थाना कुंवरगाँव बैट्री चोरी का मुकदमा दर्ज कराने गये थे लेकिन, पुलिस ने न मुकदमा दर्ज किया और न ही चोरों को खोजने में कोई रूचि दिखाई। नत्थू लाल स्वयं और उनके परिचित चोरों को खोजने में जुटे रहे। बताते हैं कि चोर बैट्री को कुंवरगाँव में बेचने के इरादे से गुरुवार को जा रहे थे तभी, पहले से सतर्क नत्थू लाल और उनके परिचितों ने चोरों को बैट्री सहित गाँव के बाहर दबोच लिया।
बैट्री चोरी करने के कथित आरोपी फैजान और अर्जुन गाँव गंज के ही निवासी हैं, इन दोनों को दबोचने के बाद तमाम ग्रामीण जमा हो गये। फैजान और अर्जुन को पुलिस को सौंपने की जगह भीड़ स्वयं ही न्याय करने लगी, दोनों को पीटा गया, साथ ही सार्वजनिक स्थल पर दोनों के पहले आधे-आधे सिर का मुंडन कराया और फिर दोनों के पूरे सिर का मुंडन करा दिया गया। बताया जा रहा है कि मुंडन कराने के बाद दोनों को गाँव में घुमाया भी गया।
बताया जा रहा है कि किसी ने पुलिस को सूचना दे दी तो, पुलिस भी घटना के समय ही गाँव में आ गई लेकिन, दबंगई दिखाने वाली भीड़ पर अंकुश लगाने और कार्रवाई करने की जगह पुलिस समझौते का प्रयास करती रही। कई घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस फैजान और अर्जुन को थाने ले गई। पुलिस फैजान और अर्जुन का मुंडन कराने और गाँव में घुमाने की घटना से मना कर रही है। पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई की है, इस बारे में पुलिस की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई है। घटना समूचे क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।
यह भी बता दें कि उच्च न्यायालय और शासनादेश के क्रम में एसएसपी अशोक कुमार ने गोरक्षा व गोहत्या को लेकर भीड़ द्वारा की जाने वाली हिंसा व हत्या की घटनाओं की रोकथाम के लिए गुरुवार को टास्क फोर्स गठित किया है। राघवेन्द्र सिंह राठौर क्षेत्राधिकारी नगर, सुनीता निरीक्षक स्थानीय अभिसूचना इकाई, उप निरीक्षक सत्य सिंह सदर कोतवाली और उप निरीक्षक राजीव राठी थाना सिविल लाइन को टास्क फोर्स में शामिल किया गया है, जो मॉब लिंचिंग की घटनाओं को रोकने और कार्रवाई करने की दिशा में कार्य करेंगे।
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