बदायूं जिले की फैजगंज बेहटा थाना पुलिस ने गौतम संदेश द्वारा भ्रष्टाचार और मनमानी का खुलासा करने के बाद पीड़ित महिला के बयान तो दर्ज किये लेकिन, आरोपी को न सिर्फ थाने में विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया बल्कि, उसे सब-इंस्पेक्टर ने वीआईपी की तरह भोजन भी कराया। आरोपी एसएसपी के पास भोजन करता रहा, इससे स्पष्ट है कि थाने को आरोपी ही चला रहा है, इसलिए पीड़ित को न्याय मिल पाना मुश्किल ही है।
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उल्लेखनीय है कि फैजगंज बेहटा थाना क्षेत्र के गाँव सिसरका की निवासी रानी सक्सेना (काल्पनिक नाम) विकलांग हैं, उनकी जमीन पर दबंग भट्टा स्वामी अय्यूब और राकेश शर्मा ने कब्जा कर लिया है। पीड़ित की बड़ी बहन लक्ष्मी सक्सेना (काल्पनिक नाम) मुरादाबाद जिले में रहती हैं, वे छोटी बहन से मिलने आई थीं। छोटी बहन ने बड़ी बहन को जमीन कब्जाने की जानकारी दी तो, वे खेत पर देखने पहुंच गई थीं, जहाँ राकेश ने दोनों को गालियाँ दी थीं, छेड़छाड़ की थी एवं विकलांग बहन को धक्का मार कर गिरा दिया था। घबराई बहनों ने यूपी- 100 की मदद ली, जिसके बाद वे दबंग से बच पाई थीं।
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उक्त घटना के बाद बड़ी बहन के मोबाइल पर दबंग भट्टा स्वामी अय्यूब ने फोन किया था। उल्टा आरोप लगाते हुए दबंग अय्यूब ने गाली देते हुए कहा था कि अब आकर दिखा तू, वह उसके गुप्तांग में डंडा डाल देगा। घबराई पीड़ित ने थाना पुलिस को तहरीर दे दी थी, जिस पर पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज कर लिया था लेकिन, धारा लगाने में मनमानी कर दी थी। आरोपी अय्यूब को हिरासत में लेने के बाद कड़ी कार्रवाई की जगह प्रभारी थानाध्यक्ष ने आरोपी को थाने से जमानत पर रिहा भी कर दिया था।
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सोमवार को पीड़ित ने एसएसपी को पत्र लिखा, जिसमें आरोप लगाया कि थाना पुलिस ने जमीन कब्जाने और यौन उत्पीड़न करने की धाराओं के अंतर्गत मुकदमा दर्ज नहीं किया, साथ ही आरोप है कि विकलांग पीड़ित को थाने में कई घंटे बंधक रखा गया एवं आरोपी कुर्सी पर बैठ कर सिगरेट पीते हुए पुलिस कर्मियों से गप्पें मारता रहा था और फिर जमानत पर थाने से ही रिहा कर दिया गया था, जिसके बाद उसने पीड़ित परिवार को और डराया।
थाना पुलिस की मनमानी और पीड़ित की कहानी को गौतम संदेश ने प्रकाशित किया तो, मंगलवार को पुलिस पीड़ित के घर बयान दर्ज करने पहुंच गई। लग रहा था कि अब पुलिस सही दिशा में कार्रवाई करेगी लेकिन, यह भ्रम शाम को ही समाप्त हो गया। एसएसपी अशोक कुमार नव-निर्मित भोजनालय का उद्घाटन करने पहुंचे, इस दौरान भोजन की भी व्यवस्था थी, जिसमें क्षेत्र के चुनिंदा गणमान्य नागरिक भी आमंत्रित किये थे।
चौंकाने वाली बात यह है कि थाना पुलिस ने आरोपी अय्यूब को न सिर्फ आमंत्रित किया था बल्कि, उसे वीआईपी स्टेट्स भी दिया गया, उसे एक सब-इसंपेक्टर ने भोजन कराया, जबकि एसएसपी ने अपनी प्लेट में भोजन स्वयं परोसा। आरोपी को एसएसपी के बगल में भोजन करते देख लोग कहते देखे कि इसके विरुद्ध कौन कार्रवाई कर सकता है। सूत्रों का कहना है कि भोजन की व्यवस्था आरोपी द्वारा ही कराई गई थी, जिससे थाना पुलिस की ही नहीं बल्कि, पुलिस विभाग की ही क्षेत्र में जमकर फजीहत हो रही है।
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