बदायूं जिले में यौन उत्पीड़न की शिकार बच्ची गर्भवती हो गई तो, उसे गर्भपात कराने की अनुमति स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन ने नहीं दी लेकिन, आशिकी के चलते गर्भ धारण करने वाली लड़कियों का गर्भपात करने और विवाहिताओं का गर्भ परीक्षण कर लड़कियों को मारने का धंधा बदस्तूर जारी है। पुलिस ने एक धंधेबाज को रंगेहाथों को गिरफ्तार कर लिया है, जिससे पुलिस की वाह-वाह हो रही है।
बताया जा रहा है कि नबादा निवासी आरिफ इकबाल नाम का युवक भ्रूण गाढ़ने जा रहा था तभी, थाना सिविल लाइन पुलिस ने उसे दबोच लिया। आरिफ नबादा पर स्थित जीवन ज्योति ट्रामा सेंटर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में काम करता है, जहाँ किसी का गर्भपात करने के बाद आरिफ भ्रूण को ठिकाने लगाने जा रहा था। पुलिस ने आरिफ के साथ डॉक्टर और मालिक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया है। बताते हैं कि नबादा स्थित हॉस्पिटल का उद्घाटन सपा नेता शिवपाल सिंह यादव ने किया था।
बताते हैं कि प्रेम संबंधों के चलते लड़कियाँ अक्सर गर्भवती हो जाती हैं, जो चोरी से, अथवा परिवार के दबाव में गर्भपात कराती हैं, ऐसे प्रकरणों में मनमानी रकम मिलती है, इसके अलावा विवाहित महिलायें एक से अधिक बेटी होने पर और बेटी नहीं चाहतीं, ऐसी औरतें गर्भ परीक्षण करवाती हैं और लड़की होने पर गर्भपात कराती हैं, ऐसे प्रकरणों में भी मोटी रकम मिलती हैं। गर्भ परीक्षण और गर्भपात कराने का धंधा नबादा पर शुरू से ही किया जा रहा था।
गर्भपात का सबसे बड़ा धंधा कस्बा उझानी में होता है एवं शहर में आवास विकास कॉलोनी में भी गर्भपात किया जाता है, इन धंधेबाजों को स्वास्थ्य विभाग का न सिर्फ संरक्षण प्राप्त है बल्कि, यहाँ सरकारी अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर भी सेवायें देते देखे जा सकते हैं। एक महिला डॉक्टर संविदा कर्मी है, वह निजी अस्पतालों में सेवायें देने को जिले भर में कुख्यात है लेकिन, विभाग और प्रशासन कुछ नहीं कर रहा है पर, आज पुलिस ने कार्रवाई कर सभी की पोल खोल दी।
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