बदायूं जिले में कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ गई हैं। छोटी-छोटी बच्चियों को दरिंदों द्वारा निरंतर शिकार बनाया जा रहा है। चार दिन से लापता चार वर्षीय बच्ची का शव मिला है। शव से सलवार गायब थी, जिससे यौन उत्पीड़न की आशंका व्यक्त की जा रही है। जघन्य वारदात का खुलासा करने की जगह थाना प्रभारी छुट्टी पर जा चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि बिल्सी थाना क्षेत्र के गाँव बैन से गुलनूर (काल्पनिक नाम) नाम की चार वर्षीय बच्ची घर के सामने से खेलते समय 6 नवंबर को गायब हो गई थी। गायब हुई बच्ची ननिहाल में थी, जो एक दिन पहले ही आई थी, वह जिला संभल में स्थित गुन्नौर कोतवाली क्षेत्र के गाँव देवरकंचन की मूल निवासी बताई जाती है। लापरवाह पुलिस ने मामा की तहरीर पर 9 नवंबर को बमुश्किल गुमशुदगी की प्राथमिकी दर्ज कर की और थाने के कार्यालय में गुमशुदगी का एक पत्र चस्पा कर कर्तव्य से इति श्री कर ली। पुलिस को लग रहा था कि बच्ची खेलते हुए कहीं भाग गई होगी और खेलते हुए ही लौट आयेगी, सो पुलिस ने न किसी को हिरासत में लिया और न ही किसी से गहन पूछ-ताछ करना उचित समझा। लापरवाही का आलम यह है कि बच्ची को खोजने की जगह थाना प्रभारी ललित मोहन छुट्टी पर भी चले गये।
उक्त बच्ची की गाँव बैन के ही एक खेत में शनिवार को बाजरा की फसल के बीच लाश बरामद हुई है। लाश की हालत खराब हो चुकी है। हालाँकि पहचान नहीं मिट सकी है, साथ ही शव की सलवार गायब है, जिससे यौन उत्पीड़न की भी आशंका व्यक्त की जा रही है। मृतका की ननिहाल और माता-पिता के परिवार में कोहराम मचा हुआ है। एसएसपी अशोक कुमार का कहना है कि पुलिस खुलासे में जुटी हुई है।
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