बदायूं जिला लड़कियों के लिए सुरक्षित नहीं रह गया है। हर दिशा में दरिंदे लड़कियों को शिकार बना रहे हैं। सेटिंग से बन रहे थाना प्रभारी कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने में रूचि नहीं ले रहे हैं, इसीलिए अपराध निरंतर बढ़ रहे हैं। तेजतर्रार अफसरों को थाने नहीं सौंपे गये तो, हालात अभी और भी खराब हो सकते हैं।
ताजा घटना उसहैत थाना क्षेत्र की है। क्षेत्र में दलित वर्ग की नाबालिग लड़की को तीन दरिंदे खेत में खींच ले गये और फिर तीनों ने उसका सामूहिक रूप से यौन उत्पीड़न किया। घटना को अंजाम देकर दरिंदे फरार हो गये। पीड़िता ने परिजनों को जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस को सूचित किया गया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर पीड़िता को मेडिकल परीक्षण के लिए जिला महिला अस्पताल भेज दिया है। आरोपियों को पुलिस अभी तक नहीं पकड़ पाई है। आरोपी शीघ्र हाथ नहीं आये तो, पीड़ित परिवार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
बता दें कि पिछले दिनों पुलिस की लापरवाही के चलते मूसाझाग थाना क्षेत्र में पीड़िता ने आत्म हत्या कर ली थी, इसके अलावा जिले भर में यौन उत्पीड़न की वारदातें निरंतर बढ़ रही हैं। जानकारों का कहना है कि सेटिंग से बने थाना प्रभारी हर समय रिश्वतखोरी में ही जुटे रहते हैं, जिससे अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। तेजतर्रार और अनुभवी अफसरों को थाना प्रभारी बना दिया जाये तो, कानून व्यवस्था में सुधार हो सकता है।
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