बदायूं जिले के उघैती थाना क्षेत्र में हुई यौन उत्पीड़न की वारदात को लेकर पुलिस ने शुरूआती गलतियाँ करने के बाद सही ट्रैक पकड़ लिया है। पुलिस ने कई अहम लोगों से पूछ-ताछ की एवं घटना स्थल पर जाकर फोरेसिंक टीम ने नमूने एकत्रित किये। डीएम कुमार प्रशांत और एसएसपी संकल्प शर्मा स्वयं निगरानी कर रहे हैं, जिससे माना जा रहा है कि अब न्याय पूर्ण कार्रवाई होगी।
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यौन उत्पीड़न की वारदात 3 जनवरी को हुई थी लेकिन, 4 जनवरी तक थाना पुलिस ने चाहते, न चाहते हुए लापरवाही बरती, जिससे पुलिस के साथ सरकार तक की देश भर में जमकर फजीहत हो गई, जिसके बाद डीएम कुमार प्रशांत और एसएसपी संकल्प शर्मा ने स्वयं मोर्चा संभाल लिया। लापरवाह थाना प्रभारी रावेन्द्र सिंह और हल्का इंचार्ज अमरजीत सिंह को निलंबित कर दिया गया है, उन पर धारा- 166 ए के अंतर्गत मुकदमा भी दर्ज करा दिया गया है। अभियुक्त महंत सत्यनारायण, उसका चेला वेदराम और ड्राइवर जसपाल को जेल भेज दिया गया है। पीड़ित परिवार पुलिस की कार्रवाई से पूरी तरह संतुष्ट है। एडीएम (प्रशासन) और एएसपी (आरए) गाँव में कैंप किये हुए हैं।
शुक्रवार को पुलिस ने कुछेक महिलाओं से पूछ-ताछ की। फोरेंसिक टीम ने मौके पर जाकर नमूने एकत्रित किये, जबकि अब तक थाना पुलिस ने खून से लथ-पथ कपड़े तक सील नहीं किये थे। शुरुआती गलतियों से फजीहत होने के बाद डीएम कुमार प्रशांत और एसएसपी संकल्प शर्मा ने स्वयं कमान संभाल ली, जिससे पुलिस अब सही ट्रैक पर चलती नजर आ रही है। माना जा रहा है कि अब दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा।
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