बदायूं जिले में लंबे समय से उत्तर प्रदेश परिवहन लिखी हुई बसें दौड़ रही हैं। पुलिस और एआरटीओ की मिलीभगत के चलते रोडवेज को लाखों रूपये महीने का नुकसान हो रहा है, ऐसी ही एक बस आज तेजतर्रार सीओ इरफान नासिर खां के सामने आ गई, तो उन्होंने कोतवाली पुलिस के हवाले कर दी।
एटा-कासगंज-बदायूं-बरेली, बदायूं-दिल्ली और सहसवान-दिल्ली मार्ग पर तमाम अनधिकृत बसें लंबे समय से दौड़ रही हैं, इनमें से कई बसें ऐसी हैं, जो दिखने में हू-ब-हू रोडवेज जैसी हैं। सूत्रों का कहना है कि अनधिकृत रूप से बसें चलाने वाला गैंग सभी जिलों की पुलिस और एआरटीओ को रिश्वत देता है, जिससे पुलिस और एआरटीओ अनिधिकृत बसों को कभी रोकते तक नहीं हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि अनिधिकृत बसें रोडवेज बस अड्डे तक आती हैं और रोडवेज बस अड्डे के सामने ही यात्रियों को उतारती और चढ़ाती हैं, साथ ही निगम के कर्मचारियों से अनधिकृत बसों के दबंग चालक-परिचालक अभद्रता भी करते हैं, जिससे कई बार बड़ा हंगामा भी हो चुका है, इस सबसे त्रस्त होकर एक बार निगम के कर्मचारियों ने जाम लगा कर प्रदर्शन भी किया था, लेकिन हालात नहीं बदले।
दिल्ली हाईवे पर दौड़ रही अनधिकृत बस पर आज सहसवान के तेजतर्रार सीओ इरफान नासिर खां की नजर पड़ गई। अनधिकृत बस पूरी तरह रोडवेज बस की तरह ही नजर आ रही थी, जिसे देख कर सीओ भी स्तब्ध रह गये। सीओ ने बस संख्या- यूपी- 13 एटी 1011 को कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। बताया जा रहा है कि अनधिकृत बस गाजियाबाद निवासी इस्लाम नाम के व्यक्ति की है, जो उझानी से दिल्ली के लिए डग्गामारी कर रही थी।
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